भोपाल। परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है और अब उनकी काली कमाई की बेनामी सम्पत्ति को प्रवर्तन निर्देशलय ने अटैच कर लिया है। जानकारी के तहत ईडी ने सौरभ शर्मा, उनके परिवार एवं रिश्तेदारों के नाम पर खरीदी गई सम्पत्ति तथा उनके वाहन से बरामद किया गया 52 किलो सोना 11 करोड़ रूपए को अटैच कर लिया है। अब उनकी सम्पत्ति की कोई भी खरीद-फरोख्त नही कर सकेगा। सौरभ शर्मा ने यह सम्पत्ति भोपाल के अलावा इंदौर, ग्वालियर जैसे बड़े शहरों में न सिर्फ अपने नाम से बल्कि घर के सदस्य एवं रिश्तेदारों के नाम से भी खरीदें थें।
आयकर विभाग को मिला था 11 करोड़ कैश और 52 किलो सोना
ज्ञात हो कि दिसंबर 2024 में आयकर विभाग ने कार से 11 करोड़ रूपए कैश एवं 52 किलो सोना बरामद किया था। कार सौरभ के सहयोगी चेतन सिंह गौर की थी और उन्होने स्वीकार किया था कि कार उनकी है, लेकिन इस्तेमाल सौरभ आदि लोग करते है। कार में मिला सोना और पैसों को अटैच कर लिया गया है तो इसके अलावा सौरभ शर्मा का भोपाल स्थित घर एवं अविरल कंपनी के नाम खरीदी गई 9 संपत्तिया, मां उमा एवं पत्नी दिव्या के नाम पर ग्वालियार में खरीदी गई कृर्षि भूमि एवं प्लाट तथा भोपाल की जिस जमीन पर स्कूल भवन बन रहा था वह उनकी पत्नी के नाम पर था। इतना ही नही सास सास रेखा तिवारी के नाम पर खरीदी गई जमीन एवं सहयोगी शरद जैसवाल के नाम पर भोपाल इंदौर में खरीदी गई प्रापर्टी को ईडी ने अटैच कर लिया है।