रीवा किले में ऐसा पहली बार हो रहा कि जब साल में दूसरी बार भगवान राम की रथयात्रा निकलेगी। रीवा किले की गद्दी में भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता को बैठाने की परंपरा रही है. रीवा रियासत की 35 पीढ़ियों ने राजाधिराज को सिंहासन पर बैठकर सेवक की तरह शासन किया है. आज भी गद्दी में विराजित भगवान राम की पूजा होती है.
22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली भगवान राम की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर एक तरफ पूरा देश इन दिनों राममय हो रहा है, वहीं दूसरी ओर रीवा किले में भी राम धुन सुनाई देने लगी है. रीवा किले से भगवान राम का संबंध आज का नहीं बल्कि रीवा रियासत की 35 पीढ़ियों से है. कहा जाता है कि महाराजा व्याघ्रदेव ने ( जब बांधवगढ़ से शासन चलाया जाता था ) अपनी गद्दी पर न बैठकर भगवान राम और लक्ष्मण को गद्दी पर बैठाकर एक सेवक के रूप में शासन चलाया था। उनके बाद से ही ये परंपरा पीढ़ी दर पीढ़ी चलती आई है. आज जब राजशाही शासन खत्म हो गया उसके बाद भी भगवान राम अपने अनुज लक्ष्मण जी के साथ उसी गद्दी पर विराजमान हैं.
लक्ष्मण जी को मिला था बांधवगढ़
कहा जाता है कि जब अयोध्या में राज्य का बंटवारा हुआ था तब लक्ष्मण जी के हिस्से में बांधवगढ की रियासत आई. उसी के आधार पर रीवा का बघेलवंश भगवान लक्ष्मण को राजा मानकर सेवक के रूप में कार्य करता रहा.बताया गया कि अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के समय ही रीवा राजगद्दी पर विराजित भगवान राम और लक्ष्मण जी की भी पूजा होगी।
ऐसा पहली बार
बताया गया प्रतिवर्ष विजय दशमी के दिन ही भगवान राम की रथ यात्रा निकाली जाती है. लेकिन ऐसा पहली बार होने जा रहा है कि जब 22 जनवरी को साल में दूसरी बार भगवान रामलला की रथयात्रा निकाली जाएगी। इस यात्रा में रीवा के महाराजा पुष्पराज सिंह और उनके पुत्र विधायक दिव्यराज सिंह भगवान राम की पूजा अर्चना कर रथयात्रा निकालेंगे। यात्रा सुबह 11 बजे से शहर भ्रमण के लिए निकलेगी जो रीवा से किले से शुरू होकर फोर्ट रोड, साई मंदिर और स्टेच्यू चौराहा होते हुए शिल्पी प्लाजा मार्ग से सीधा सिरमौर चौराहे की ओर जाएगी इसके बाद पुनः यह यात्रा अस्पताल चौराहा होते हुए शाम 6 बजे किले में प्रवेश करेगी। किले में दीप प्रज्वलित कर भगवान राम का स्वागत किया जाएगा। साथ ही भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा।
बीहर आरती की शुरुआत
अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के उपलक्ष में 22 जनवरी को रीवा शहर के बीच बहती मां बीहर की आरती का आयोजन भी शुरू होगा। पार्षद सतीश सिंह ने बताया कि मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल और रीवा नगर निगम अध्यक्ष व्यंकटेश पांडेय की उपस्थिति में शाम 5 बजे सुंदर कांड का पाठ होगा, इसके बाद 21 हजार दीप प्रज्वलित किए जाएंगे, साथ ही 5000 राउंड की आतिशबाजी और लेजर लाइट शो आयोजित किया जाएगा। शाम 8 बजे मां बीहर की आरती शुरू होगी, इसके बाद रामखिचड़ी का प्रसाद वितरण किया जाएगा। बताया गया की बीहर आरती लगातार प्रतिदिन साल भर चलेगी। बता दें कि बीहर आरती की रचना रीवा के प्रमोद शर्मा ने की है.
रानीगंज में होगा हवन समारोह
रीवा शहर के रानीगंज में पार्षद दीनानाथ वर्मा द्वारा शुरू किए गए रामचरित मानस पाठ का समापन होगा। इसके बाद डिप्टी सुबह 10 से 12 बजे तक हवन का कार्यक्रम होगा। साथ अयोध्या राम मंदिर का लाइव टेलीकास्ट शुरू होगा। साथ ही प्रसाद वितरण का कार्यक्रम भी होगा। इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल और रीवा सांसद जनार्दन मिश्र मुख्य अतिथि होंगे।
मानस भवन में आयोजित होगा रामदीप रंगोली कार्यक्रम
राम मंदिर उद्घाटन समारोह पर शहर के मानस भवन में रामदीप रंगोली कार्यक्रम शुरू होगा। यह कार्यक्रम दोपहर तीन बजे से शुरू होगा। शाम छः बजे दीपदान किया जाएगा। हिन्दू उत्सव समिति धर्मपरिवार के अध्यक्ष सुमित मंजवानी ने बताया कि मानस मंडल द्वारा सुंदर कांड पाठ का आयोजन, व्याख्यान माला के साथ भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा। इसके अलावा शहर के चोरहटा स्थित निर्माणाधीन कालोनी विंध्य प्राइड में भी सुबह 10 बजे से 12 बजे तक सुंदर कांड पाठ का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद दोपहर 12 बजे से प्रसाद वितरण होगा।
मंदिरों में कीर्तन और भंडारे का आयोजन
राममंदिर उद्घाटन समारोह का उत्साह रीवा के मंदिरों में भी देखने को मिल रह है. रीवा स्थित प्रसिद्ध चिरहुला नाथ ( जिला कोर्ट ) राम सागर मंदिर ( हाईकोर्ट ) और खेमसागर मंदिर ( सुप्रीम कोर्ट ) में 22 जनवरी को रामभक्तों द्वारा सुंदर कांड पाठ का आयोजन और भंडारे का आयोजन होगा। साथ ही शाम 6 बजे दीप प्रज्वलित किए जाएंगे। इसके अलावा रामहर्षण मंदिर, हनुमान मंदिर पीटीएस के साथ शहर की कई मंदिरों में भी धार्मिक समारोह आयोजित किए जाएंगे। साथ ही सतना के रामवन में भी दोपहर 12 बजे से भजन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जिसमें विंध्य के गायक रघुवीर शरण श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। दोपहर 1:30 पर भंडारे का कार्यक्रम शुरू होगा।
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पर पूरा रीवा भगवामय दिखाई दे रहा है. लोगों में भगवान राम की आस्था को लेकर जो भाव दिखाई दे रहा है उससे यही माना जा रहा है कि 22 जनवरी को पूरा रीवा दिवाली से ज्यादा चमकदार दिखाई देने वाला है. शहर के हर मंदिर और चौराहों और कालेजों में भंडारे और दीप प्रज्वलन का कार्यक्रम होगा। एपीएस यूनिवर्सिटी और माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्ववद्यालय में भी दीप प्रज्वलन और सुंदर कांड पाठ का आयोजन होगा, साथ ही प्रसाद वितरण किया जाएगा।