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केन्द्रीय जेल के बंदी सीख रहे वाहन रिपेरिंग के हुनर, जुड़ेगे स्वरोजगार से

रीवा। जेल में सजा काटने के साथ बंदियों को हुनर मंद बनाने के लिए रीवा केन्दीय जेल प्रशासन स्वरोजगार प्रशिक्षण कार्यक्रम कर रहा है। उसी के तहत ग्रामीण विकास भारत सरकार द्वारा संचालित उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत यूनियन ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान रीवा एवं यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया के क्षेत्र प्रमुख के सहयोग से आर.एस.ई.टी.आई. द्वारा केन्द्रीय जेल में परिरुद्ध पुरुष बंदियों के लिये मोटरसाईकल रिपेयरिंग स्व-रोजगार मूलक प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया।

35 बंदियों को प्रशिक्षण

जेल प्रशासन से मिली जानकारी के तहत मोटरसाईकल रिपेयरिंग प्रशिक्षण में 35 पुरुष बंदियों का रजिस्ट्रेशन किया गया। प्रशिक्षण से बंदी आत्म निर्भर होगें। जेल से रिहा होने के पश्चात वह स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ कर सकेंगे। जेल अधीक्षक केन्द्रीय जेल द्वारा यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया के सहयोग से पुरुष बंदियों को स्व-रोजगारमूलक प्रशिक्षण प्रदान किए जाने के लिये निदेशक आर.एस.ई.टी.आई. एवं प्रशिक्षक को धन्यवाद दिया गया कि उन्होने बंदियों के लिए इस तरह का प्रशिक्षण देकर उनके भविष्य के लिए ंिचंता किए। स्व-रोजगार मूलक प्रशिक्षण के दौरान एस.के. उपाध्याय जेल अधीक्षक, संजीव कुमार गेंदले, योगेन्द्र पमार, श्याम सिंह कुशवाह, पूजा मिश्रा, पुनीत चतुर्वेदी, अखिलेश मिश्रा, रवि गौतम, एवं जेल का स्टाफ उपस्थित रहा।

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