About WAVES 2025 In Hindi: न्याज़िया बेगम | ओटीटी इंडस्ट्री दिन ब दिन बढ़ती जा रही है इसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए आज Waves यानीविश्व ऑडियो विजुअल और मनोरंजन शिखर सम्मेलन की लहर आज से मुंबई में शुरू हो गयी है। इस समिट में फिल्म जगत से जुड़ी बड़ी-बड़ी हस्तियां शामिल हो रही हैं। चार दिन तक चलने वाले इस समिट का उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी ने किया।
WAVES पर क्या बोले प्रधानमंत्री
उन्होंने वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए, कहा कि WAVES सिर्फ एक नाम नहीं बल्कि वास्तव में कल्चर, क्रिएटिविटी और यूनिवर्सल कनेक्शन की लहर है। वेव्स हर आर्टिस्ट और क्रिएटर के लिए ग्लोबल मंच है, उन्होंने ये भी कहा कि मुंबई में आज 100 से अधिक देशों के कलाकार, निवेशक और नीति निर्माता एक साथ एक ही छत के नीचे एकत्र हुए हैं। एक तरह से आज यहां वैश्विक प्रतिभा और वैश्विक रचनात्मकता के एक ईको-सिस्टम की नींव रखी जा रही है।
ईश्वर की अभिव्यक्ति का माध्यम भी संगीत है:-
हमारे यहां नाद बह्म (sound of divine) की कल्पना है. हमारे ईश्वर भी खुद को संगीत और नृत्य से अभिव्यक्त करते हैं। भगवान शिव का डमरू सृष्टि की पहली ध्वनि है, मां सरस्वती की वीणा विवेक और विद्या की लय है., श्रीकृष्ण की बांसुरी प्रेम और सौंदर्य का अमर सौंदर्य है, विष्णु जी की शंख ध्वनि सकारात्मक ऊर्जा का आह्वान है।
ऑरेंज इकॉनमी का उदयकाल है WAVES :-
ये भी कहा कि ये भारत में ऑरेंज इकॉनमी का उदयकाल है, कंटेंट क्रिएटिविटी और कल्चर, ये ऑरेंज इकॉनमी की तीन धुरी हैं.भारतीय फिल्मों की रीच अब दुनिया के कोने कोने तक पहुंच रही है। आज 100 से ज्यादा देशों में भारतीय फिल्म रिलीज होती हैं। आज बड़ी संख्या विदेशी दर्शक इंडियन कंटेंट को सब टाइटल्स के साथ देख रहे हैं, ओटीटी इंडस्ट्री 10 गुना बढ़ी है, स्क्रीन साइज भले ही छोटा हो रहा हो, लेकिन स्कोप अनंत है, स्क्रीन माइक्रो होती जा रही है, लेकिन मेसेज मेगा होता जा रहा है।
भारतीय सिनेमा पूरी दुनिया को आकर्षित करता है:-
पीएम मोदी हिंदी सिनेमा की नींव का जिक्र करते हुए कहा कि साल 1919 में 112 साल पहले भारत में पहली फीचर फिल्म राजा हरिश्चंद्र रिलीज हुई थी। एक सदी के भीतर दादा साहब फाल्के, राज कपूर और सत्यजीत रे जैसे लोगों ने भारतीय सिनेमा को दुनिया भर में पहुंचाया, वेव्स अपने पहले पल से ही अपने उद्देश्य को पूरा कर रहा है। तो अब जो भी लोग इस क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं या जो इस दिशा में अपने आपको परिपक्व बनाने की राह खोज रहे हैं कोई कोर्स करना चाहते हैं तो भविष्य में उन सबके लिए WAVES एक मंच एक दिशा प्रदान करेगा।
तो आइए जान लेते हैं WAVES किसके लिए क्या है :-
दरअसल चार दिवसीय वेव्स समिट 2025 की टैगलाइन है कनेक्टिंग क्रिएटर्स, कनेक्टिंग कंट्रीज, जिसके ज़रिए दुनियाभर के क्रिएटर्स, स्टार्टअप्स, उद्योग जगत के दिग्गज और नीति निर्माता एक साथ मिलकर, भारत को मीडिया, मनोरंजन और डिजिटल नवाचार के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करेंगे और हमारी प्रतिभाओं को एक वैश्विक पटल मिलेगा अपनी कला को प्रदर्शित करने के लिए।
यहां हम आपको बताते चलें कि वेव्स का लक्ष्य 2029 तक 50 बिलियन डॉलर का बाज़ार खड़ा करना है जिससे वैश्विक मनोरंजन अर्थव्यवस्था में भारत की उपस्थिति का विस्तार हो सके। वेव्स 2025 में भारत पहली बार जीएमडी यानी ग्लोबल मीडिया डायलॉग की मेज़बानी भी करेगा, जिसमें 25 देशों के मंत्री भाग लेंगे, जो वैश्विक मीडिया और मनोरंजन परिदृश्य के साथ हमारे जुड़ाव में मील का पत्थर साबित होंगे। जिससे हमारी नींव मज़बूत होगी और आने वाले समय में पूरा विश्व हमारी प्रतिभा का लोहा मनेगा।
इस बाज़ार की व्यापकता ये है कि इसमें 6100 से ज़्यादा खरीदारों, 5200 विक्रेताओं और 2100 परियोजनाओं वाला एक वैश्विक ई-मार्केटप्लेस है इसके अलावा इस समिट में 90 से ज़्यादा देशों के लोग हिस्सा ले रहे है, जिसमें 10,000 से ज़्यादा प्रतिनिधि, 1,000 क्रिएटर, 300 से ज़्यादा कंपनियां और 350 से ज़्यादा स्टार्टअप भी शामिल है। वेव्स में 42 पूर्ण सत्र, 39 ब्रेकआउट सत्र और 32 मास्टरक्लास होंगी।
जिसे प्रसारण, इन्फोटेनमेंट, एवीजीसी-एक्सआर, फ़िल्म और डिजिटल मीडिया सहित विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित किया जाएगा
चूंकि इंफोटेनमेंट यानी जानकारी के साथ मनोरंजन से हमारी प्रतिभाओं का नाता काफी पुराना है इसलिए इसकी अहमियत कुछ खास है।