Ashadh Ekadashi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को आषाढ़ एकादशी की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ट्वीट कर इस पर्व को विनम्रता और करुणा के साथ मनाने की अपील की। पीएम ने सोशल मीडिया एप्स पर लिखा- “आषाढ़ एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएं! भगवान विट्ठल का आशीर्वाद हम सभी पर हमेशा बना रहे और हमें सुख-समृद्धि से भरा समाज बनाने की प्रेरणा दे। यह अवसर हम सभी में भक्ति, विनम्रता और करुणा की भावना भी जगाए। यह हमें गरीब से गरीब व्यक्ति की सेवा करने की भी प्रेरणा दे।”
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आपको बता दें, भगवान विट्ठल, विठोबा यानी पांडुरंग एक हिंदू देवता हैं जिनकी पूजा मुख्य रूप से महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में की जाती है। भगवान विट्ठल को भगवान विष्णु का स्वरूप भी माना जाता है।
इस खास मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपनी पत्नी के साथ पंढरपुर स्थित मंदिर में श्री विट्ठल रुक्मिणी महा पूजा की। इस अवसर पर किसान बालू शंकर अहिरे (55 वर्ष) और उनकी पत्नी आशाबाई बालू अहिरे (50 वर्ष) भी मुख्यमंत्री के साथ विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। 17 जुलाई को दोपहर 2:20 बजे शासकीय विश्राम गृह से श्री विट्ठल रखुमाई मंदिर पहुंचे और श्री विट्ठल-रुक्मिणी माता की राजकीय महापूजा की।
शिंदे सरकार ने इस अवसर पर छात्रों के लिए स्टाइपेंड की घोषणा की – योजना के अनुसार, 12वीं पास छात्रों को ₹6000 प्रति माह, डिप्लोमा छात्रों को 8000 और स्नातक छात्रों को 6 महीने की इंटर्नशिप के लिए 10000 प्रति माह दिए जाएंगे। कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, लाभार्थियों की योग्यता के आधार पर स्टाइपेंड राशि अलग-अलग होगी।
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आपको बता दें कि इस योजना की घोषणा राज्य बजट के दौरान की गई थी, जिसे सोमवार को कैबिनेट ने इसके कल्याणकारी पहलुओं को देखते हुए मंजूरी दे दी। अनुमान है कि इस योजना से 10 लाख युवाओं को लाभ मिल सकता है और राज्य पर करीब 10000 करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं। राजनीतिक दृष्टि से यह घोषणा काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि महाराष्ट्र में 2024 में ही लोकसभा चुनाव हैं।