Site icon SHABD SANCHI

प्रवचनकर्त्ता जया किशोरी ने हाल ही में दिखाया ऐसा आईना, जो बदल देगा आपका जीवन

जया किशोरी। सुविख्यात प्रवचनकर्त्ता जया किशोरी समाज को आईना दिखाने वाली सीख देते हुए कहा कि आलोचना करने की बजाय प्रशंसा की मुस्कान बांटें। उन्होने कहा कि इंसान जब किसी से मिलता है, तो सबसे पहले उसकी शक्ल-सूरत या शरीर पर टिप्पणी करता है, “अरे, तुम तो मोटे हो गए”, “चेहरा कितना मुरझा गया है”, “पिंपल्स आ गए हैं” जैसी बातें आम हो गई हैं, लेकिन इस तरह के कमेंट करना मानसिक चोट पहुंचाता है और समाज में नकारात्मकता बढ़ती है।

जया किशोरी ने उठाया सवाल

प्रवचनकर्त्ता के साथ ही जया किशोरी को मोटिवेशनल स्पीकर भी कहा जाता है। उन्होने सवाल उठाया कि अगर आप किसी को यह कह रहे हैं, तो क्या वो लोग आईना नहीं देखते? क्या उन्हें खुद की हालत का एहसास नहीं है? उन्होंने कहा कि जब हम मिलते हैं, तो हमें प्रशंसा की मुस्कान देनी चाहिए, ताकि सामने वाला व्यक्ति खुद को और बेहतर महसूस कर सके।

होते है इसके रिऐकशन

जया जी कहना था कि अगर कोई इस तरह की आलोचना बार-बार करता है तो इससे रिश्तों विपरीत असर पड़ता है। सामने वाला खुद को कंमजोर समझने लगता है और उसमें अवसाद एवं आत्मविश्वास की कंमी होने लगती है। उनका कहना है कि किसी की अलोचना करने के बजाए उसे प्रोत्साहन दें, क्योकि इससे न सिर्फ दूसरों को खुशी मिलती है बल्कि आप खुद भी उर्जा से भर जाते है। उन्होने कहा कि किसी को भी भावानात्मक रूप से मजबूत बनाना ही इंसनियत हैं। इससे रिश्ते मजबूत होगे तो समाज भी सुंदर बनता है।

Exit mobile version