Prayer meeting held on Good Friday: रीवा शहर के गुढ़ चौराहा स्थित शांति कुटीर चर्च में प्रभु यीशु मसीह बलिदान दिवस गुड फ्राइडे पर प्रार्थना सभा आयोजित की गई। इस दौरान उनके संदेश को उल्लेख किया गया। बतादें कि यीशु मसीह को शारीरिक और मानसिक यातनाएं देने सूली पर चढ़ा दिया था।
ऐसा बताया जाता है कि जिस दिन प्रभु यीशु को सूली पर चढ़ाया गया था, उस दिन शुक्रवार था। इसलिए इस शुक्रवार यानि फ्राइडे को ‘गुड फ्राइडे’ मनाया जाता है। कहते हैं कि संसार में जब भी पाप बढ़ता है, तो उसे रोकने के लिए किसी पुण्य आत्मा का जन्म जरूर होता है। दुनिया में बढ़ते पाप को रोकने के लिए प्रभु ईसा मसीह का जन्म बेथलहम में हुआ था। प्रभु ईसा मसीह समाज में फैली बुराइयों को दूर करना चाहते थे इसलिए उन्होंने लोगों को धर्म के मार्ग पर चलने का संदेश दिया। लेकिन लोगों पर अत्याचार करने वाले लोगों को यह बात पसंद नहीं आई और उन्होंने प्रभु ईसा मसीह के विरुद्ध अफवाह फैलानी शुरू कर दी। इन आरोपों के कारण प्रभु ईसा मसीह को सूली पर चढ़ा दिया गया।
गुड फ्राइडे ईसा मसीह के बलिदान को याद दिलाने वाला दिन है। ईसा मसीह ने इस दिन संसार को अलविदा कहा था लेकिन फिर भी इसे गुड फ्राइडे के नाम से जाना जाता है, क्योंकि प्रभु ईसा मसीह ने मानवता के लिए बलिदान देकर पूरी दुनिया को धर्म के मार्ग पर चलने की शिक्षा दी थी। जहां एक ओर गुड फ्राइडे को प्रभु ईसा मसीह संसार को अलविदा कह गए थे, वहीं लगभग दो दिन बाद रविवार के दिन प्रभु ईसा मसीह फिर से जीवित हो गए।