Power of Compounding: निवेश करने की दुनिया में सबसे बड़ा जादूगर किसी भी चीज का है तो वह है Power of Compounding यही कारण है कि एक छोटी सी अमाउंट भी लंबे समय तक निवेश करने पर आपके पैसे करोड रुपए में बदल सकते हैं। हाल ही में एक रिपोर्ट में यह बताया गया था कि यदि कोई व्यक्ति 11 लाख रुपए हमेशा निवेश करता है तो समय के साथ ये राशि लगभग 9 करोड रुपए तक पहुंच सकती है।

कंपाउंडिंग का असर
पावर का कंपाउंडिंग का मतलब होता है ब्याज पर ब्याज का खेल अर्थात जब आपका निवेश बढ़ता जाता है तो उस पर मिलने वाला मुनाफा भी दोबारा निवेश बनकर अधिक रिटर्न आपको देता है। अगर यह प्रक्रिया बार-बार दोहराई जाए तो लंबी अवधि में निवेश करने से आपको गुणात्मक वृद्धि दिखने लगती है।
कितने साल लगेंगे 9 करोड़ बनने में?
अगर आप 11 लाख रुपए का निवेश 9 करोड़ बनाने के लिए करते हैं तो आपको लगभग 39 साल का समय लग सकता है। हालांकि यह अनुमान के आधार पर बताया जा रहा है, कि निवेश पर औसतन 11% से 12% वार्षिक रिटर्न मिलता रहे तो ही आप 39 साल में 11 लाख रुपए के निवेश से 9 करोड़ जमा कर सकते हैं। इसके साथ ही व्यक्ति को यह भी ध्यान रखना जरूरी होता है कि शेयर बाजार और म्युचुअल फंड का रिटर्न स्थाई नहीं होता है बल्कि यह तो बाजार की स्थिति पर निर्भर करता है।
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SIP और Lump-Sum निवेश में फर्क
लोग अक्सर यह सोचते हैं कि SIP और Lump-Sum निवेश करने में क्या फर्क होता है लेकिन अगर आप लंबे समय तक ₹11000 हर महीने Sip के द्वारा निवेश करते हैं तो आप करोड़ों रुपए जमा कर सकते हैं। यह छोटे-छोटे पैसे निवेश करने वाले लोगों के लिए बेहतरीन सुविधा है।
निवेशकों के लिए सीख
आप जितना जल्दी निवेश करना शुरू हो करेंगे उतना बड़ा पैसा आप जमा कर सकते हैं इसके लिए आपको लंबी अवधि तक धैर्य बनाने की जरूरत है क्योंकि पावर आफ कंपाउंडिंग का असली रहस्य सब्र ही है। सही म्युचुअल फंड और बेहतर एसिस्ट एलोकेशन चुनना इसके लिए बहुत जरूरी हो जाता है।