MCU Bhopal : माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) के नए कुलपति की नियुक्ति को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई है। पूर्व कुलपति केजी सुरेश के सेवानिवृत्त होने के बाद यह पद रिक्त है। राज्य सरकार जल्द ही सर्च कमेटी बनाकर नए कुलपति की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर सकती है।
नियुक्ति में आरएसएस का की होगी अहम भूमिका। MCU Bhopal
सूत्रों के अनुसार भाजपा शासन में एमसीयू के कुलपति की नियुक्ति में आरएसएस की सिफारिशों की अहम भूमिका होती है। इस बार भी ऐसा ही होने की संभावना है। कुलपति पद के लिए जिन नामों की चर्चा हो रही है, उनमें से अधिकांश आरएसएस से जुड़े हैं या उनसे अच्छे संबंध रखते हैं।
कुलपति बनने के प्रमुख दावेदार । MCU Bhopal
एमसीयू के कुलपति पद के लिए कुछ प्रमुख दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं, जिनमें वरिष्ठ पत्रकार अतुल तारे, एमसीयू के प्रोफेसर संजय द्विवेदी और पूर्व सूचना आयुक्त विजय मनोहर तिवारी के नाम शामिल हैं। इनके अलावा दिल्ली में सक्रिय आरएसएस से जुड़े कुछ पत्रकार भी इस पद के लिए प्रयास कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि कुलपति पद के लिए दावेदारी करने वाले लोग राज्य सरकार के उच्चाधिकारियों से मिलने के बजाय आरएसएस में अपने संबंधों पर ज्यादा जोर दे रहे हैं। आरएसएस राज्य और बाहर के उम्मीदवारों पर भी विचार कर रहा है।
पैनल तैयार कर होगी नियुक्ति
बताया जा रहा है कि राज्य सरकार जल्द ही तीन सदस्यीय सर्च कमेटी बना सकती है। यह कमेटी संभावित उम्मीदवारों का पैनल तैयार कर मुख्यमंत्री मोहन यादव को सौंपेगी। मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद एमसीयू के नए कुलपति की नियुक्ति होगी।
सुदाम खाड़े को दिया गया है प्रभार
बता दें कि केजी सुरेश ने एक और कार्यकाल के लिए प्रयास किया था, लेकिन 15 सितंबर को उनके सेवानिवृत्त होने के बाद सुदाम खाड़े को एमसीयू कुलपति का प्रभार दिया गया है। केजी सुरेश से पहले आरएसएस की अनुशंसा पर जगदीश उपासने, बीके कुठियाला और अच्युदानंद मिश्रा को कुलपति नियुक्त किया गया था।
विवाद का विषय | MCU Bhopal
एमसीयू के कुलपति पद के लिए आरएसएस की भूमिका को लेकर भी विवाद उठ रहा है। कुछ लोगों का मानना है कि किसी शिक्षण संस्थान के प्रमुख के चयन में किसी एक संगठन का इतना हस्तक्षेप उचित नहीं है।