Bihar Politics : बिहार में विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट तेज़ होती जा रही है। राजनीतिक दल एक-दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं। इसी बीच, राजद विधायक भाई वीरेंद्र का एक ऑडियो कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हो रहा है। जिसने बिहार में सियासी भूचाल ला दिया है। भाजपा वायरल हुए वीडियो को दलित विरोधी मानसिकता का जीता जागता उदाहरण बता रही है। दरअसल इस वीडियो में राजद विधायक भाई वीरेंद्र एक पंचायत सचिव को धमकाते नज़र आ रहे हैं। इस मामले पर कई नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। इस बीच, बिहार भाजपा ने भी राजद और लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधा है।
भाजपा ने विधायक भाई वीरेंद्र को मोहरा बताया।
वीडियो वायरल होते ही भाजपा ने इस मामले में गहरी दिलचस्पी दिखाई है। भाजपा की बिहार टीम ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ‘बिहार में दलितों का अपमान और दलितों पर हिंसा कोई नई बात नहीं है। राजद विधायक तो बस एक मोहरा हैं, इसके पीछे उनके नेता लालू यादव मुख्य चेहरा हैं।’ इस पोस्ट में एक तस्वीर भी शेयर की गई है, जिसमें लिखा है लालू की पाठशाला, जिसमें लालू पूछते हैं जूते का सही इस्तेमाल बताओ? तो जो तस्वीर बनाई गई है उसमें भाई वीरेंद्र कहते दिख रहे हैं, पहला काम दलितों को पीटना और दूसरा काम उन्हें कपड़े पहनाना है।
तेज प्रताप यादव ने राजद पर साधा निशाना। Bihar Politics
बता दें कि लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने भी इस मामले पर आरजेडी पर हमला बोला था। तेज प्रताप यादव ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर कहा, “क्या आरजेडी अपने विधायक भाई वीरेंद्र पर भी कार्रवाई करेगी, जिन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर के आदर्शों के विपरीत एससी-एसटी समुदाय के खिलाफ शर्मनाक टिप्पणी की और मुझे जान से मारने की धमकी दी। मुझे जयचंदों की साजिश के तहत पार्टी से निकाल दिया गया। अब देखना यह है कि पार्टी हंगामा करने वालों पर भी ऐसी ही सख्ती दिखाएगी या नहीं? संविधान का सम्मान आचरण में दिखना चाहिए, भाषणों में नहीं।”
जानिए क्या है पूरा मामला? Bihar Politics
बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) विधायक भाई वीरेंद्र और पंचायत सचिव के बीच बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ था। इसमें मनेर विधायक भाई वीरेंद्र और स्थानीय पंचायत सचिव के बीच मारपीट हुई थी। दरअसल, पटना जिले के मनेर विधानसभा क्षेत्र से राजद विधायक ने अपने क्षेत्र के एक स्थानीय पंचायत सचिव से रिंकी देवी नाम की महिला के पति के मृत्यु प्रमाण पत्र की स्थिति के बारे में पूछा था। लेकिन सचिव ने उन्हें पहचानने से इनकार कर दिया, जिसके बाद दोनों के बीच तीखी बहस हो गई। इस दौरान विधायक ने सचिव को जूते से मारने की धमकी भी दी।
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