Bihar Politics : हरियाणा विधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित जीत दर्ज करने के बाद गुरुवार को नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नई सरकार का गठन हो गया। सैनी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के जरिए भाजपा ने एनडीए के घटक दलों के नेताओं को आमंत्रित कर यह संदेश देने की कोशिश की है कि उनका गठबंधन पूरी तरह एकजुट है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण समारोह में जदयू की ओर से मुख्यमंत्री व पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार की जगह केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह के मौजूद रहने को लेकर कई चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
सैनी के शपथ ग्रहण में ललन सिंह की मौजूदगी से सियासत गर्म। Bihar Politics
नायब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा समेत भाजपा शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री नजर आए। इसके अलावा एनडीए के सभी घटक दलों के नेता भी सैनी के शपथ ग्रहण समारोह के गवाह बने। इस दौरान जदयू की ओर से केंद्रीय मंत्री ललन सिंह अपनी मौजूदगी दर्ज कराते नजर आए। जेडीयू अध्यक्ष के तौर पर शपथ ग्रहण समारोह में नीतीश कुमार के नदारद रहने पर कई तरह की चर्चाएं रहीं।
नीतीश कुमार ने कटिहार में कहा कि वह एनडीए में ही रहेंगे।
दूसरी ओर सैनी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह से ठीक एक दिन पहले बिहार के कटिहार में एक जनसभा में नीतीश कुमार एक बार फिर स्पष्ट करते नजर आए कि वह एनडीए गठबंधन में ही रहेंगे। पूरे लोकसभा चुनाव के दौरान वह कई बार यह बात कह चुके हैं। अब बिहार में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव है तो वह एक बार फिर यह बात दोहराते नजर आए। कटिहार की जनसभा में नीतीश कुमार ने कहा, ‘हम दो बार गलती से वहां चले गए, लेकिन अब हम यह गलती दोबारा कभी नहीं करेंगे। हम पूरी ताकत से एकजुट रहेंगे और बिहार की तरक्की और लोगों के कल्याण के लिए काम करते रहेंगे।
हमेशा पलटने से पहले नीतीश गठबंधन पर देते हैं जोर।Bihar Politics
नीतीश कुमार की राजनीति में ऐसी छवि है कि वह कब पलट जाएं, कहा नहीं जा सकता। इतिहास पर नजर डालें तो जब भी नीतीश कुमार इस बात पर जोर देते हैं कि वह किसी गठबंधन में बने रहेंगे, तो वह चंद घंटों में ही पाला बदल लेते हैं। पिछली बार जब आरसीपी सिंह जेडीयू कोटे से केंद्रीय मंत्री थे और नीतीश कुमार ने बिहार में पलटी मारते हुए आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, तब बिहार के सीएम ने कहा था कि आरसीपी सिंह जेडीयू अध्यक्ष रहते हुए अपने आप ही मंत्री बन गए हैं।