Police system gets new strength in Rewa-Mauganj: रीवा/मऊगंज। मध्य प्रदेश के रीवा और मऊगंज जिलों में कानून व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए पुलिस विभाग को 43 अत्याधुनिक डायल-112 वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। रीवा जिले को 34 और मऊगंज जिले को 9 वाहन आवंटित किए गए हैं, जो पुलिस अधीक्षक कार्यालय मऊगंज पहुंच चुके हैं और जल्द ही गश्त के लिए सड़कों पर उतरेंगे। इन हाइटेक वाहनों के शामिल होने से न केवल अपराध नियंत्रण में तेजी आएगी, बल्कि ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में आपातकालीन सहायता भी तुरंत उपलब्ध हो सकेगी।
अत्याधुनिक तकनीक से लैस वाहन
ये नए डायल-112 वाहन जीपीएस, वायरलेस, डिजिटल नेविगेशन और लाइव लोकेशन ट्रैकिंग जैसी उन्नत तकनीकों से सुसज्जित हैं। इन सुविधाओं के जरिए पुलिस अब अपराधियों की रीयल-टाइम लोकेशन ट्रैक कर सकेगी और आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया दे सकेगी। मऊगंज जिले में वाहनों का वितरण इस प्रकार किया गया है: शाहपुर और हनुमना थाने को दो-दो बोलोरो, नईगढ़ी को एक बोलोरो, लौर को दो बोलोरो और मऊगंज थाने को दो स्कॉर्पियो वाहन आवंटित हुए हैं। रीवा जिले के 34 वाहन भी विभिन्न थानों में तैनात किए जाएंगे, जिससे पूरे जिले में गश्त और निगरानी को बल मिलेगा।
अपराध नियंत्रण और जनता में बढ़ेगा भरोसा
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इन वाहनों की तैनाती से अपराध की रोकथाम, सड़क दुर्घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई और अन्य आपातकालीन स्थितियों में प्रभावी सहायता संभव होगी। खासकर ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में, जहां पुलिस की पहुंच पहले सीमित थी, वहां अब समय पर सहायता उपलब्ध होगी। बढ़ती जनसंख्या, यातायात और आपराधिक गतिविधियों को देखते हुए ये वाहन पुलिस बल के लिए बड़ी सौगात साबित होंगे।
नई सेवा, नई उम्मीदें
डायल-112 सेवा, पुरानी डायल-100 सेवा का उन्नत संस्करण है, जो मध्य प्रदेश में 15 अगस्त से विभिन्न जिलों में शुरू हो चुकी है। इन वाहनों की तैनाती से न केवल पुलिस की कार्यक्षमता में इजाफा होगा, बल्कि आम जनता में सुरक्षा का भरोसा भी बढ़ेगा। स्थानीय लोगों ने इस पहल का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इससे क्षेत्र में अपराध पर प्रभावी अंकुश लगेगा।
पुलिस की प्रतिबद्धता
पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि ये वाहन जल्द ही गश्त पर उतरेंगे और जिले की सड़कों पर तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि डायल-112 सेवा के तहत आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया और अपराधियों को पकड़ने में ये वाहन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इस नई पहल को पुलिस विभाग की एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है, जो रीवा और मऊगंज की कानून व्यवस्था को और मजबूत करने में मील का पत्थर साबित होगी।