JFK’s Forgotten Crisis के मुताबिक, नेहरू कैनेडी से चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को हराने के लिए हवाई युद्ध में शामिल होने के लिए कहा
NEW DELHI: संसद के चल रहे बजट सत्र के चौथे दिन पीएम मोदी लोकसभा में जमकर गरजे। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ विकसित भारत, 21वीं सदी की तकनीक, संविधान और कृषि बजट की बात की बल्कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को लेकर राहुल गांधी पर तंज भी कसा। उन्होंने कहा, ‘धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विदेश नीति पर चर्चा हुई। कुछ लोगों को लगता है कि अगर वे विदेश नीति पर चर्चा नहीं करेंगे तो परिपक्व नहीं दिखेंगे।
पीएम ने लोकसभा में किताब का जिक्र किया
पीएम ने लोकसभा में जिस किताब का जिक्र किया उसका नाम ‘JFK’s Forgotten Crisis’ है। जिसमें तिब्बत से लेकर अमेरिका की खुफिया एजेंसी CIA और भारत-चीन युद्ध तक के बारे में बताया गया है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि इस किताब में अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी और पंडित नेहरू के बीच हुई बातचीत का विस्तृत विवरण है। यह किताब पूर्व सीआईए अधिकारी ब्रूस रीडेल ने लिखी है।
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JFK’s Forgotten Crisis के बारे में क्या कहा
इस किताब (JFK’s Forgotten Crisis) के मुताबिक साल 1962 में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के संस्थापक माओत्से तुंग का भारत पर हमला करने का मुख्य उद्देश्य पंडित नेहरू को ‘अपमानित’ करना था। जो दुनिया के एक बड़े नेता के रूप में उभर रहे थे। किताब में बताया गया है कि नेहरू ने नवंबर 1962 में अमेरिकी राष्ट्रपति कैनेडी को एक पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत को चीनी आक्रमण को रोकने के लिए हवाई परिवहन और जेट लड़ाकू विमानों की जरूरत है।
किताब JFK’s Forgotten Crisis में प्रधानमंत्री नेहरू का जिक्र
किताब (JFK’s Forgotten Crisis) के मुताबिक, नेहरू कैनेडी से चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को हराने के लिए चीन के खिलाफ हवाई युद्ध में शामिल होने के लिए कह रहे थे। यह एक महत्वपूर्ण अनुरोध था जो भारतीय प्रधानमंत्री कर रहे थे। कोरिया में चीनी कम्युनिस्ट ताकतों के साथ अमेरिकी सेना के युद्धविराम पर पहुंचने के ठीक एक दशक बाद, भारत कैनेडी से चीन के खिलाफ एक नए युद्ध में शामिल होने के लिए कह रहा था।
नेहरू के पत्र का हवाला
नेहरू के पत्र का हवाला देते हुए लेखक ने किताब में यह भी लिखा है कि नेहरू ने कैनेडी को आश्वासन दिया था कि अमेरिका द्वारा उपलब्ध कराए गए लड़ाकू विमानों और बमवर्षकों का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ नहीं, बल्कि चीन के खिलाफ प्रतिरोध के लिए ही किया जाएगा। ‘जेएफके फॉरगॉटन क्राइसिस’ किताब में नेहरू के अलावा पाकिस्तान, जॉन एफ कैनेडी, सीआईए और तिब्बती विद्रोहियों के बारे में भी विस्तार से लिखा गया है।