PM Narendra Modi National Address: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शनिवार रात राष्ट्र को 20 मिनट का संबोधन दिया, जिसमें जीएसटी में बड़े बदलाव (GST Reforms), स्वदेशी , वोकल फॉर लोकल (Vocal for Local) और नवरात्रि (Navratri) के बीच गहरा कनेक्शन जोड़ा। 22 सितंबर से शुरू हो रहे ‘नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी’ को ‘जीएसटी बचत उत्सव’ बताते हुए पीएम ने कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। संबोधन में गरीब, मध्यमवर्ग, युवा, किसान, महिलाएं और व्यापारी सबको फायदा पहुंचाने पर जोर दिया। आइए, मुख्य बिंदुओं पर नजर डालें पीएम के डायरेक्ट कोट्स के साथ।
जीएसटी बदलाव: 22 सितंबर से ‘बचत उत्सव’ की शुरुआत
पीएम ने नवरात्रि के पहले दिन से जीएसटी में सरलीकरण का ऐलान किया, जो रोजमर्रा की चीजों को सस्ता बनाएगा।
अब सिर्फ 5% और 18% स्लैब्स (Tax Slabs) रहेंगे। 99% आइटम्स जो पहले 12% पर थे, अब 5% या टैक्स-फ्री हो जाएंगे। खाने-पीने की चीजें सस्ती या जीरो टैक्स।
नवरात्रि के पहले दिन से देश आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए एक बड़ा कदम उठा रहा है। कल 22 सितंबर को सूर्योदय के साथ ही नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी लागू हो जाएंगे।” गरीब से लेकर व्यापारी तक सबकी बचत बढ़ेगी।
एमएसएमई (MSMEs) को डबल बेनिफिट
“एक तरह से कल से देश में जीएसटी बचत उत्सव शुरू होने जा रहा है। जीएसटी उत्सव में आपकी बचत बढ़ेगी और आप अपनी पंसद की चीजें खरीद पाएंगे। अब सिर्फ 5% और 18% ही रहेगा। रोजमर्रा और खाने-पीने की चीजें सस्ती हो जाएंगी। या तो टैक्स फ्री होंगी या 5% टैक्स देना होगा।”
यह इकोनॉमी को बूस्ट देगा, बिजनेस आसान होगा, इन्वेस्टमेंट आएगा और सभी राज्यों को बराबर विकास का मौका मिलेगा।”देश के गरीब, मध्यमवर्गीय, न्यू मिडिल क्लास, युवा किसान, महिलाएं और व्यापारी को बचत उत्सव का फायदा होगा।”
पीएम ने स्वदेशी को आजादी की तरह समृद्धि का मंत्र बताया, और वोकल फॉर लोकल को नेशनल माइंडसेट बनाने की अपील की। उन्होंने कहा देश की आजादी को जैसे स्वदेशी के मंत्र से ताकत मिली वैसे देश की समृद्धि को स्वदेशी से शक्ति मिलेगी
पीएम मोदी ने आगे कहा- मेरा सभी राज्य सरकारों से आग्रह है कि स्वदेशी के अभियान के साथ मैन्यूफैक्चरिंग को गति दें। निवेश के लिए माहौल बनाएं। हम मेड इन इंडिया सामान खरीदें। हमें हर घर को स्वदेशी का प्रतीक बनाना है। हर दुकान को स्वदेशी से सजाना है। गर्व से कहो ये स्वदेशी है। गर्व से कहो मैं स्वदेशी खरीदता हूं और बेचता हूं। रोजमर्रा की चीजें विदेशी हैं, हमें इनसे मुक्ति पानी है।”