पीएम मोदी ने एक निजी चैनल के इंटरव्यू कहा कि ‘मैं कांग्रेस को चुनौती देता हूं कि वह एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करें और कहें कि वे 370 को बहाल करेंगे। वे संविधान के बारे में बड़ी-बड़ी बातें करते हैं. वे बाबा साहेब अंबेडकर के बारे में बात करते हैं. वे हमें बहुत गालियां देते हैं. लेकिन बाबा साहब अंबेडकर का संविधान पूरे देश में लागू नहीं था.
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान हो चुका है. इधर सभी पार्टियां बची हुई सीटों के लिए दिन-रात चुनाव प्रचार कर रही हैं. सभी पार्टियों के नेता आए दिन कुछ न कुछ घोषणा और बयान देते रहते हैं. इसी बीच प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस को चुनौती दे दी. दरअसल पीएम मोदी एक निजी चैनल के इंटरव्यू में गए थे जहां उन्होंने आर्टिकल 370 पर बात करते हुए कहा कि ‘सबसे पहले जो भारत के संविधान को समझता है वह भारत के संघीय ढांचे को जानता है और जो जानता है कि किसके अधिकार क्षेत्र में क्या है, वह कभी ऐसी बातें नहीं कहेगा।
यदि मोदी किसी राज्य के मुख्यमंत्री हैं तो वह ऐसी बातें नहीं कर सकते हैं. केंद्र वही करेगी जो उसके दायरे में होगा। राज्य सरकार जो भी उसके दायरे में होगा वह करेगी। लेकिन लोगों को मुर्ख बनाना आजकल चलन है, उन्हें अंधेरे में रखना, तभी तो कुछ भी बोलते रहते हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी को चुनौती देता हूं कि वह एक प्रेस कांफ्रेंस करें और कहें कि वे 370 को बहाल करेंगे। वे संविधान के बारे में बड़ी-बड़ी बातें करते हैं. वे बाबा साहेब अंबेडकर के बारे में बात करते हैं. वे हमें बहुत गलियां देते हैं. लेकिन बाबा साहेब का संविधान पूरे देश में लागू नहीं था. 70 साल तक जम्मू-कश्मीर में भारतीय संविधान लागू नहीं हुआ. दलितों पहली बार (आर्टिकल-370 हटने के बाद ) आरक्षण मिल रहा है.
उनकी बातचीत किस बारे में हो रही है? क्या उनमे प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करने और यह कहने का साहस है कि ‘हम अनुच्छेद 370 वापस लाएंगे? क्या कोई भी पार्टी ऐसा कहने की हिम्मत कर सकती है?