PM Modi US Visit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय दौरे पर शनिवार को अमेरिका पहुंचे। यहां वे राष्ट्रपति बाइडन द्वारा आयोजित क्वाड लीडर्स समिट में शामिल होंगे। इसके साथ ही पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे।
पीएम मोदी बाइडन के साथ द्विपक्षीय बैठक में हिस्सा लेंगे। PM Modi US Visit
अमेरिका में पीएम मोदी के स्वागत के लिए भव्य तैयारियां की गई हैं। अपने अमेरिकी दौरे के दौरान वे राष्ट्रपति बाइडन के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी का विमान भारतीय समयानुसार शाम 7.30 बजे फिलाडेल्फिया में उतरा, जहां से वे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के गृहनगर विलमिंगटन, डेलावेयर जाएंगे। यहां दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय चर्चा होगी।
भारतीय प्रधानमंत्रियों की अमेरिका यात्राएं।
पीएम मोदी PM Modi US Visit की इस यात्रा के दौरान भारतीय प्रधानमंत्रियों के इतिहास पर नजर डालें तो पता चलता है कि पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू ने अपने कार्यकाल में 4 बार अमेरिका का दौरा किया था। मोदी और उनके पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह समेत अब तक कुल 9 भारतीय प्रधानमंत्रियों ने आधिकारिक तौर पर अमेरिका का दौरा किया है।
इन प्रधानमंत्री ने किए थे अमेरिका के दौरे। PM Modi US Visit
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने 8 बार अमेरिका का दौरा किया, जबकि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 4 बार अमेरिका का दौरा किया। वहीं, अटल बिहारी वाजपेयी भी 4 बार अमेरिका का दौरा कर चुके हैं। इसके अलावा पूर्व पीएम इंदिरा गांधी और राजीव गांधी (3 बार), पी.वी. नरसिम्हा राव (2 बार) और मोरारजी देसाई और आई.के. गुजराल 1-1 बार अमेरिका का दौरा कर चुके हैं।
कैसे बना QUAD ?
क्वाड समूह के गठन की कहानी साल 2004 में शुरू हुई। 2004 में जब सुनामी में जापान और भारत समेत कई देशों में लाखों लोग मारे गए, तो भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने कई देशों की मदद के लिए एक समूह बनाया। यही समूह बाद में क्वाड बन गया। क्वाड बनाने की पहल भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने की थी। बातचीत के बाद साल 2007 में क्वाड का गठन हुआ। यही वो समय था जब चारों देश पहली बार औपचारिक रूप से मिले थे। हालांकि बाद में चीन के इन देशों के साथ दोस्ताना रवैये के कारण क्वाड लगभग बंद हो गया।
QUAD फिर से कैसे सक्रिय हुआ?
2017 तक क्वाड देशों के साथ चीन के रिश्ते खराब होने लगे। फिर क्वाड को फिर से खड़े होने का मौका मिला। 2017 में मनीला में आसियान देशों की बैठक हुई। मनीला में आसियान देशों के अलावा क्वाड देशों की एक और बैठक हुई। इसमें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जापानी पीएम शिंजो आबे और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल शामिल हुए। इसके बाद साल 2021 में क्वाड देशों की बैठक हुई। तब से क्वाड शिखर सम्मेलन चल रहा है। इस साल 2024 में क्वाड शिखर सम्मेलन अमेरिका के डेलावेयर में हो रहा है।
भारत के लिए QUAD क्यों महत्वपूर्ण है?
क्वाड शिखर सम्मेलन भारत के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह चीन के बढ़ते आर्थिक और सैन्य प्रभाव का सामूहिक जवाब है। यह संवाद भारत को अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने और क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करता है। इसके अलावा, क्वाड शिखर सम्मेलन भारत को अपनी आर्थिक और सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे वह चीन के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकेगा।