PM Modi meets Sheikh Hasina : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना पहली विदेशी महमान बनी। आज दो दिवसीय दौरे पर शेख हसीना भारत आई हैं। पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने उनका भव्य स्वागत किया। दोनों देशों के बीच तीस्ता नदी के संरक्षण के मास्टर प्लान पर बातचीत हुई।
पीएम मोदी ने की शेख हसीना से मुलाकात (PM Modi meets Sheikh Hasina)
तीसरी बार मोदी सरकार बनने के बाद शुक्रवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना पहले द्विपक्षीय दौरे पर भारत पहुंची हैं। मोदी के दूसरे कार्यकाल में पीएम मोदी ने शेख हसीना से 10 बार मुलाकात की थी। वहीं अब तीसरे कार्यकाल में दोनों देशों के प्रधानमंत्री की पहली मुलाकात है। शनिवार को राष्ट्रपति भवन में पहले शेख हसीना का औपचारिक स्वागत किया गया। इसके बाद नई दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी ने शेख हसीना से बातचीत की।
पीएम मोदी ने भेजा था निमंत्रण
तीसरी बार सत्ता संभालने के बाद खुद पीएम मोदी (PM Modi meets Sheikh Hasina) ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री को भारत आने का निमंत्रण भेजा था। शेख हसीना द्विपक्षीय राजकीय यात्रा पर अतिथि बनकर भारत आई हैं। बताया जा रहा है कि यह द्विपक्षीय राजकीय वार्ता भारत-बांग्लादेश की मित्रता को मजबूत बनाएगी। पिछली मुलाकातों से दोनों देशों के रिश्तों में अभूतपूर्व बदलाव हुआ है।
शेख हसीना ने महात्मा गांधी को अर्पित किए पुष्प
राजघाट पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने महात्मा गाँधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने एक दूसरे से मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी के साथ विदेश मंत्री एस. जयशंकर, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह और कीर्ति वर्धन सिंह मौजूद रहें।
15 दिनों में शेख हसीना का दूसरा भारत दौरा
इस बार शेख हसीना का भारत दौरा काफी जल्दी हुआ है। 15 दिन में दूसरी बार वो भारत अतिथि बनकर आई हैं। इससे पहले 9 जून को नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शेख हसीना (PM Modi meets Sheikh Hasina) भारत आई थीं। उस समय वो शपथ ग्रहण कार्यक्रम के अगले दिन भी रुकी थीं। उन्होंने अगले दिन कांग्रेस नेता राहुल गाँधी और सोनिया गाँधी से भी मुलाकात की थी।
बांग्लादेश और भारत का रिश्ता (PM Modi meets Sheikh Hasina)
बांग्लादेश और भारत के बीच साझेदारी का रिश्ता है। बांग्लादेश भारत की ‘नेबर फर्स्ट’ नीति के तहत एक अहम साझेदार है। दोनों देशों के बीच भारतीय करेंसी में व्यापार भी शुरू हो चुका है। ऐसे कई प्रोजेक्ट्स हैं, जिन्हें दोनों देशों ने मिलकर पूरा किया है। इस बार दोनों देश तीस्ता नदी मास्टर प्लान प्रोजेक्ट पर साथ काम करने की सोच रहें हैं। इस संबंध में आज बातचीत हो सकता है। इस प्रोजेक्ट से बांग्लादेश बाढ़ और मिट्टी के कटाव पर रोक लगाकर गर्मियों में जल संकट से बच सकता है।
क्यों आई हैं शेख हसीना भारत (PM Modi meets Sheikh Hasina)
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री का भारत आगमन एक विशेष वार्तालाप के लिए हुआ है। अगले साल दोनों देशों के बीच गंगा नदी के जल के बंटवारे की सन्धि की अवधि खत्म हो जाएगी। शेख हसीना ने इस सन्धि की अवधि को बढ़ाने के लिए पीएम मोदी (PM Modi meets Sheikh Hasina) से बातचीत की। दरअसल, साल 1975 में भारत ने गंगा नदी पर फरक्का बांध का निर्माण कराया था। जिसपर बांग्लादेश कों आपत्ति थी। फिर 1996 में दोनों देशों के बीच गंगा नदी के जल के बंटवारे के लिए सन्धि हुई। इस सन्धि की अवधि 30 साल है, जो साल 2025 में खत्म हो जाएगी।
तीसता नदी संरक्षण के लिए टीम भेजेंगे मोदी
शेख हसीना के भारत आने पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत-बांग्लादेश मैत्री सैटेलाइट दोनों देशों के रिश्तों को नई ऊंचाई देगी। दोनों देशों की अर्थव्यवस्था कों मजबूत बनाने पर फोकस कर रहें हैं। बांग्लादेश और भारत को 54 नदियां जोड़ती हैं। उन्होंने शेख हसीना को आश्वासन दिलाया है कि तीस्ता नदी के संरक्षण और प्रबंधन के लिए जल्द एक भारतीय टेक्निकल टीम बांग्लादेश भेजी जाएगी।
Also Read : Pawan Kalyan news : पवन कल्याण से चुनौती हारने के बाद मुद्रगड़ा पद्मनाभम ने बदला नाम