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PM Modi On Constitution Day : Constitution Day पर बोले PM Modi, Jammu Kashmir में पहली बार मनाया गया यह दिन !

PM Modi On Constitution Day : आज संविधान दिवस के मौके पर पीएम मोदी सुप्रीम कोर्ट पहुंचे और सभा को संबोधित किया। पीएम ने सभी देशवासियों को संविधान दिवस की शुभकामनाएं दीं। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं भारत के संविधान और संविधान सभा के सभी सदस्यों को आदरपूर्वक नमन करता हूं। उन्होंने आगे मुंबई हमले की बरसी का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि हम यह नहीं भूल सकते कि आज मुंबई हमले की बरसी है। मैं इस हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं। हमारी बनी बनाई व्यवस्था को ध्वस्त करने का प्रयास करने वाले आतंकियों को दिया जाएगा मुंहतोड़ जवाब।

आज पहली बार जम्मू कश्मीर में मनाया गया संविधान दिवस।

पीएम ने आगे कहा कि बाबा साहेब जिस पीड़ित की बात करते थे, वह बहुत महत्वपूर्ण है। हमारे संविधान निर्माताओं को पता था कि भारत की आकांक्षाएं नई ऊंचाइयों पर पहुंचेंगी। पिछले 75 सालों में देश ने जिन चुनौतियों का सामना किया है, उनके लिए हमारे संविधान ने रास्ता दिखाया है। इसी दौरान आपातकाल भी आया। आज पहली बार जम्मू-कश्मीर में संविधान दिवस मनाया गया। बीते सालों में देश में लोगों के बीच आर्थिक और सामाजिक समानता लाने का काम किया गया है। 10 सालों में 4 करोड़ लोगों को घर मिले हैं।

संविधान की मूल प्रति में राम सिया का छायाचित्र। PM Modi On Constitution Day

पीएम ने कहा कि संविधान में हमारी सभी समस्याओं का समाधान है। यह समय बड़े संकल्पों को प्राप्त करने का है। संविधान की मूल प्रति में श्री राम, माता सीता की तस्वीर है। महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम लाया गया। एक समय था जब वरिष्ठ नागरिकों को पेंशन के लिए बैंक जाकर यह साबित करना पड़ता था कि वे जीवित हैं, आज यह काम घर बैठे हो रहा है। देश के लोगों को 5 लाख तक का मुफ्त बीमा दिया जाता है।

आजादी के इतने सालों बाद भी हर घर में नहीं था पानी। PM Modi On Constitution Day

संविधान दिवस समारोह के मौके पर सुप्रीम कोर्ट में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, आज यह आसान लगता है कि लोगों के पास नल का पानी है, लेकिन आजादी के 75 साल बाद भी सिर्फ 3 करोड़ घरों में यह सुविधा थी। संविधान की मूल प्रति में भगवान राम, माता सीता, हनुमान, भगवान बुद्ध, महावीर, गुरु गोविंद सिंह के चित्र हैं। भारतीय संस्कृति के प्रतीक चित्र हैं ताकि वे हमें मानवीय मूल्यों की याद दिला सकें। ये मानवीय मूल्य आज के भारत की नीतियों और निर्णयों का आधार हैं।

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