एमपी में दूसरी बार आध्यात्मिक दौरे पर पहुचे पीएम मोदी, कहा संतो की सीची इस धरती पर आकर अभिभूत हूं

ईसागढ़। मध्यप्रदेश में ग्वालियर के रास्ते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को अशोकनगर के ईसागढ़ स्थित श्री आनंदपुर धाम पहुंचे। पीएम मोदी ने यहां कहा कि आज जिस धरती पर आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है यह कोई साधारण धरती नही है और संतों की सींची इस धरती पर आकर वे अभिभूत है। पीएम ने कहा कि इस धरती के लिए सही कहा गया था कि यहां शोक आने से डरता है। हो भी क्यू न, क्योकि इस धरती को संतो ने अपने परिश्रम से तैयार करके ऐसी खुशहाली दिए है। पीएम ने कहा कि देश में मुश्किल के वक्त ऋर्षि मुनियों ने सदैव इस समाज को एक नई दिशा दिए है। उन्होने कहा कि अद्वैतानंद महाराज में भी ऐसी झलक उन्हे दिखाई दी है। ज्ञात हो पीएम मोदी का हाल ही में मध्यप्रदेश का यह दूसरा आध्यात्मिक दौरा है। इसके पूर्व पीएम मोदी छतरपुर के बागेश्वर धाम पहुचे थें और यहा उन्होने अस्पताल की आधार शिला रखी थी।

ईसागढ़ पहुचे पीएम मोदी ने परमहंस अद्वैत मत के तीन प्रमुख मंदिरों के दर्शन किए। उन्होंने आनंद सरोवर में पुष्प अर्पित किए। इसके बाद मोती हॉल पहुंचकर परमहंस अद्वैत मत के वर्तमान गुरु से मुलाकात की और फिर सत्संग हॉल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किए है। पीएम मोदी के साथ राज्यपाल मंगुभाई पटेल, सीएम डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा मौजूद रहे।

तय करेगे लक्ष्य

पीएम मोदी ने कहा कि 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य तय किए है। उन्हे विश्वास है कि ये लक्ष्य हासिल करेगें। इस दौरान पीएम ने कहा कि विकास की दौड़ में कई देश अपने संस्कृति को भूल कर इससे कट रहे है, लेकिन भारत की संस्कृति को सुरक्षित और संरक्षित करके रखना है, क्योकि यही संस्कृत हमारे सामर्थ्य को मजबूत करता है।

उबड़-खाबड़ भूमि आज आनंदित कर रही है

बताया जाता है कि 1930 में भक्तों ने कठिन परिश्रम से इस बंजर भूमि को हरे-भरे उद्यान में परिवर्तित किया और यहीं पर श्री आनंदपुर धाम की स्थापना हुई, आनंदपुर धाम की स्थापना आध्यात्मिक और परोपकारी उद्देश्यों के लिए की गई है। 315 हेक्टेयर में फैले इस क्षेत्र में 500 से अधिक गायों के साथ एक आधुनिक गौशाला है और श्री आनंदपुर ट्रस्ट परिसर के अंतर्गत कृषि गतिविधियां संचालित की जाती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *