लोकससभा चुनाव के ऐलान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार 31 मार्च को यूपी के मेरठ में पहली रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने मिलकर एक INDI गठबंधन बनाया है. इनको लगता है कि मोदी इनसे डर जाएगा,लेकिन मेरे लिए मेरा भारत परिवार है।
पीएम ने कहा, “आज बड़े-बड़े भ्र्ष्टाचारी सलाखों के पीछे हैं, उन्हें सुप्रीम कोर्ट से भी जमानत नहीं मिल रही. इन बेईमानों ने जो धन लुटा है, वो गरीबों को लौटाऊंगा।
देश ने 10 साल में विकास का ट्रेलर देखा है. ये चुनाव सरकार बनाने के लिए नहीं, देश बनाने के लिए है. आपने देखा है कि ब्रज में कान्हा-राधा होली खेलते हैं. इस बार अवध में रामलला ने भी खूब होली खेली।”
पीएम मोदी ने करीब 45 मिनट तक भाषण दिया। उन्होंने राम-राम से भाषण शुरू किया और भारत माता की जय पर खत्म किया।
इस दौरान सीएम योगी और हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी के साथ मंच पर सहयोगी दलों के 4 नेता मौजूद रहे. इनमें RLD प्रमुख जयंत चौधरी, अपना दल की राष्ट्रिय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल, सुभासपा के राष्ट्रिय अध्यक्ष ओपी राजभर, निषाद पार्ट्री के संजय निषाद शामिल हैं.
इससे पहले मंच पर पीएम मोदी का यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्वागत किया। इसके बाद मंच पर मौजूद नेताओं ने मोदी को हल भेंट किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने उन्हें राम मंदिर का मॉडल भेंट किया। 2014,2019 के बाद ये तीसरा मौका है, जब PM ने वेस्ट यूपी से चुनाव प्रचार की शुरुआत की है. भाजपा ने रैली को भारत रत्न चौधरी चरण सिंह गौरव समारोह नाम दिया।
मोदी बोले- हम गन्ना बेल्ट को ऊर्जा बेल्ट बनाना चाहते हैं
हम गन्ने की खेती को चीनी-गुड़ तक समिति रखना चाहते हैं. गन्ना बेल्ट को ऊर्जा बेल्ट बनाना चाहते हैं. इथेनॉल से गाड़ियां चलें,इसके लिए काम हो रहा है. 10 साल पहले 40 करोड़, आज 500 करोड़ इथेनॉल का उत्पादन हो रहा है. हमारी कोशिश है कि किसानों का लाभ ज्यादा हो, इसलिए पीएम किसान सम्मान निधि के जरिए किसानों की मदद की गई है.
पीएम ने कहा-कांग्रेस ने चौधरी चरण सिंह को सम्मान नहीं दिया
पीएम ने कहा कि INDI गठबंधन न देश के किसानों,न जवानों का हित सोच सकता है. किसानों से नफरत करने वाली कांग्रेस ने चौधरी चरण सिंह को उचित सम्मान नहीं दिया। जब हमारे छोटे भाई जयंत चौधरी संसद में बोलने के लिए खड़े हुए तो उनकी आवाज को रोकने के की कोशिश की गई। कांग्रेस और सपा को किसान और यहां के लोगों से घर-घर जाकर माफ़ी मांगनी चाहिए। यहां का एक भी नागरिक सपा और कांग्रेस को माफ़ नहीं कर सकता है.