Piyush Goyal on Indian Startups | पियूष गोयल ने StartUps को लेकर ऐसा क्या कहा? मच गया हड़कंप!

Piyush Goyal on Indian Startups

Piyush Goyal on Indian Startups Hindi News | इस समय पूरे इंटरनेट की दुनियां में ट्रेंडिंग टॉपिक बन गया है। आपको बता दें की इस ऑनलाइन हलचल का कारण केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Union Commerce and Industry Minister Piyush Goyal) के Startup Maha Kumbh 2025 के दौरान दिए गए बयान हैं, जो 3-5 अप्रैल को नई दिल्ली में आयोजित हुआ था।

स्टार्टअप महाकुम्भ के दौरान मंत्री जी ने भारत के StartUp Ecosystem को चीन के इकोसिस्टम से कंपेयर किया। Food Delivery जैसे कस्टमर्स बेस्ड बिज़नेस पर ध्यान देने की बजाय डीप-टेक इनोवेशन पर सवाल उठाए, जिससे उद्यमियों, उद्योग नेताओं और नेटिज़न्स के बीच तीखी बहस छिड़ गई है।

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Piyush Goyal on Indian Startups | स्टार्टअप महाकुंभ में गोयल का “रियलिटी चेक”

आपको बता दें की 3 अप्रैल को, Startup Maha Kumbh 2025 में अपने भाषण में, केंद्रीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने स्लाइड प्रेजेंट किया इसका टाइटल था “India vs China: The Startup Reality Check”, उन्होंने दर्शकों से तीखे सवाल पूछे: “क्या हम डिलीवरी बॉय और गर्ल बनकर खुश रहने वाले हैं? क्या यही भारत का भविष्य है?” गोयल ने त्वरित वाणिज्य, फूड डिलीवरी और उनके अनुसार “दुकानदारी” (जैसे कि गॉरमे आइसक्रीम और कुकीज़ बेचने वाले स्टार्टअप्स) पर केंद्रित स्टार्टअप्स की आलोचना की।

इसके विपरीत, उन्होंने China के Electric vehicles (EVs), Battery Technology, Semiconductors और Artificial Intelligence (AI) में प्रगति को लेकर भाषण दिया और इंडियन स्टार्टअप्स से उच्च प्रभाव वाली, technology-driven innovation की ओर बढ़ने की अपील किया। और फिर क्या मंत्री जी के इन बयानों ने पूरे इंटरनेट में बवाल काट दी।

इंडियन स्टार्टअप्स को लेकर उनकी बयानबाजी यहाँ पर नहीं रुकी, पियूष गोयल ने अच्छा परफॉर्म करने वाले स्टार्टअप्स को विदेशी कम्पनीज को मामूली राशि में बेचे जाने पर निराशा व्यक्त की, और कहा, “मुझे दुख होता है जब मुझे पता चलता है कि 25 लाख या 50 लाख रुपये में किसी युवा स्टार्टअप का शानदार विचार विदेशी कंपनी को बेच दिया गया।”

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गोयल का संदेश स्पष्ट था: भारत को ऊँचा लक्ष्य रखना चाहिए और अपने प्रतिभा पूल—खासकर STEM स्नातकों—का उपयोग वैश्विक स्तर पर अत्याधुनिक क्षेत्रों में कॉम्पीट करने के लिए करना चाहिए, न कि सुविधा-आधारित व्यवसायों से संतुष्ट होना चाहिए।

अशनीर ने कसा तंज

BharatPe के पूर्व सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर ने इस मामले में अपना रिएक्शन दिया है। उन्होंने तर्क दिया कि चीन ने भी फूड डिलीवरी से शुरुआत की थी, फिर डीप टेक में विकसित हुआ। ग्रोवर ने तंज कस्ते हुए कहा की शायद अब समय है कि उन्हें ध्यान इकनोमिक ग्रोथ के ऊपर देना चाहिए।

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