शिवराज सिंह चौहान के कैबिनेट में शामिल हुए तीन नए मंत्रियों को विभाग सौंप दिए गए हैं. अगले डेढ़ महीने के लिए तीनों नव-नियुक्त मंत्री पूरी शक्तियों के साथ अपने विभागों की जिम्मेदारी निभाएंगे
मध्य प्रदेश सरकार के नव-नियुक्त मंत्रियों को उनके विभाग बांट दिए गए हैं. कैबिनेट मंत्री राजेंद्र शुक्ल को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (PHE) और जनसंपर्क मंत्रालय, गौरीशंकर बिसेन को नर्मदा घाटी विकास परियोजना और राज्यमंत्री राहुल लोधी को कुटीर एवं ग्रामोद्योग (स्वतंत्र प्रभार) मिला है.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को होने में तीन महीने का समय बचा है, और अगले डेढ़ महीने के बाद प्रदेश में आचार संहिता लागू हो जाएगी। ऐसे में इन तीन नए मंत्रियों के पास अपने विभाग की जिम्मेदारी संभालने के लिए सिर्फ डेढ़ महीने की मिलेंगे। ज्ञात हो कि 26 अगस्त को शिवराज सरकार ने अपने कार्यकाल का चौथा मंत्रिमंडल विस्तार किया था. जिसमे विंध्य से राजेंद्र शुक्ल, महाकौशल से गौरीशंकर बिसेन और बुंदेलखंड से राहुल लोधी को मंत्री का दर्जा दिया गया है. तीनों मंत्रियों ने गोपनीयता की शपथ 26 अगस्त को ली थी जबकि 30 अगस्त को उन्हें, उनके विभाग सौंपे गए.
कहा जा रहा है कि चुनाव से ठीक पहले मंत्रिमंडल के विस्तार के पीछे शिवराज सरकार की बड़ी रणनीति है. विंध्य ब्राह्मण बहुल क्षेत्र है इसी लिए राजेंद्र शुक्ल को मंत्री बनाकर नाराज सवर्णों को साधने की कोशिश की गई है. विंध्य में राजेंद्र शुक्ल का बड़ा नाम है और सवर्णों का उन्हें समर्थन है.
वहीं बिसेन और लोधी को मंत्री पद देकर बीजेपी ने OBC समाज को अपनी तरफ करने की कोशिश की है. राहुल लोधी, उमा भारती के भतीजे हैं और उन्हें मंत्री पद देना यानी लोधी समाज सहित उमा भारती के समर्थकों का समर्थन प्राप्त करना है.