Petrol-Diesel से भारी मुनाफा, कीमतों में राहत नहीं सरकार की लूट से जनता परेशान

Petrol-Diesel Tax 2025: भारत में Petrol और Diesel की कीमतों को लेकर एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं। तेल कंपनियां पेट्रोल पर 15 रुपये प्रति लीटर (Profit Of Oil Companies From 1 Littre Petrol) और डीजल पर ( (Profit Of Oil Companies From 1 Littre Diesel) 12 रुपये प्रति लीटर तक का मुनाफा कमा रही हैं, लेकिन आम जनता को इसका कोई फायदा नहीं मिल रहा। कच्चे तेल की कीमतें (Crude Oil Price Today) वैश्विक बाजार में चार साल के निचले स्तर 65.41 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई हैं, फिर भी पेट्रोल-डीजल की कीमतें जस की तस बनी हुई हैं। इसका सीधा मतलब है कि सरकार और तेल कंपनियां मिलकर जनता की जेब पर डाका डाल रही हैं।

7 लाख करोड़ का मुनाफा

Revenue Of Profit Of Oil Companies From Petrol And Diesel: पिछले पांच सालों में तेल कंपनियों ने करीब 7 लाख करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है, लेकिन इस दौरान पेट्रोल की कीमत 8 रुपये और डीजल की कीमत 2.71 रुपये प्रति लीटर बढ़ गई। सरकार ने हाल ही में पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क (एक्साइज ड्यूटी) 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिया, जिससे उसका खजाना और भर रहा है। पेट्रोल पर करीब (Tax Rate On Petrol) 55% और डीजल (Tax Rate On Diesel) पर 50% टैक्स लगाया जा रहा है, जिसमें केंद्र और राज्य सरकारें दोनों अपनी हिस्सेदारी ले रही हैं। इससे प्रति व्यक्ति औसतन 9 लीटर मासिक ईंधन खपत पर 298 रुपये का टैक्स सरकार की तिजोरी में जा रहा है।

जब वैश्विक स्तर पर तेल की कीमतें कम होती हैं, तो यह लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचना चाहिए, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा। इसके बजाय, सरकार इस मौके का फायदा उठाकर अतिरिक्त राजस्व जुटाने में लगी है। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार की नीतियां और तेल कंपनियों की ऊंची परिचालन लागत की आड़ में जनता को राहत देने की कोई मंशा नहीं दिखती। नतीजा यह है कि आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ता जा रहा है, जबकि सरकारी खजाना और तेल कंपनियों की तिजोरियां लबालब भरी जा रही हैं।

भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं। तेल कंपनियां पेट्रोल पर 15 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 12 रुपये प्रति लीटर तक का मुनाफा कमा रही हैं, लेकिन आम जनता को इसका कोई फायदा नहीं मिल रहा। कच्चे तेल की कीमतें वैश्विक बाजार में चार साल के निचले स्तर पर पहुंच गई हैं, फिर भी पेट्रोल-डीजल की कीमतें जस की तस बनी हुई हैं। इसका सीधा मतलब है कि सरकार और तेल कंपनियां मिलकर जनता की जेब पर डAKA डाल रही हैं।

चार साल में कच्चा तेल सस्ता, पर पेट्रोल-डीजल महंगा
(Crude Oil Price Vs Petrol Diesel Price In India 2025)

समयावधिकच्चा तेल (डॉलर/बैरल)पेट्रोल (₹/लीटर)डीजल (₹/लीटर)
अप्रैल-2163.4098.5689.11
अप्रैल-22102.97115.0798.26
अप्रैल-2383.76108.6393.88
अप्रैल-2489.44106.5191.88
मार्च-2572.45106.5191.82
12 अप्रैल-2565.41106.5191.82

तेल कंपनियों का मुनाफा
Profit Of Oil Companies In India 2025

कंपनी23-24 (लाख करोड़ ₹)5 साल में (लाख करोड़ ₹)
ओएनजीसी0.491.56
ऑयल इंडिया0.692.86
आईओसी0.410.95
बीपीसीएल0.260.59
एचपीसीएल0.270.40
गेल इंडिया0.080.41
रिलायंस इंडिया0.050.22
कुल2.297.02

देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम

शहरपेट्रोल (₹/लीटर)डीजल (₹/लीटर)
दिल्ली94.7287.62
मुंबई103.4489.97
कोलकाता103.9490.76
चेन्नई100.7592.34
भोपाल106.4791.84
लखनऊ100.3993.33
जयपुर104.8890.36
चंडीगढ़94.2482.40

पेट्रोल-डीजल पर टैक्स की गणना
Petrol Diesel Tax Slab 2025

पेट्रोल/लीटर (₹)डीजल/लीटर (₹)
बेस प्राइस54.8457.95
मार्जिन0.240.22
एक्साइज ड्यूटी19.9015.80
डीलर कमीशन4.393.02
वैट15.4012.83
कुल कीमत94.7787.67

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