Pet Ki Samasya : आजकल लोग खराब लाइफस्टाइल के चलते पेट की समस्या से परेशान रहते हैं। कुछ लोगों को खाना खाते ही पेट में प्रेशर बनने की समस्या हो जाती है। क्या आपको भी खाना खाने के तुरंत बाद ही शौच आती है? अगर आपका जवाब है हां, तो आपको पेट की जुड़ी गैस्ट्रो-कॉलिक रिफलक्स (Gastrocolic reflex) की समस्या है। इसमें खाना खाने के बाद टॉयलेट लगा यह जल्दी-जल्दी शौच आना जैसे समस्याएं होती हैं।
क्या होता है गैस्टॉकलिक रिफ्लक्स | Gastrocolic reflex kya hai
खाना खाने के बाद तुरंत ही पेट में प्रेशर बनना और शौच लगना गैस्ट्रो-कॉलिक रिफलक्स कहलाता है। स्पीड की समस्या में खाना खाने के तुरंत बाद ही पेट में शौच (Potty) का दबाव बनने लगता है। जिसका यह मतलब होता है कि जो भी खाना आपने खाया है वह सही तरह से पच नहीं रहा है। सामान्य तौर पर खाये हुये खाने को पचाने में 1 से 5 दिन लगते हैं। खाना पेट में पचाने के बाद ही माल के रूप में वह शरीर से बाहर निकलता है। लेकिन अगर आपको खाना खाते ही शौच हो जा रही है तो यह गंभीर बीमारी है। इसका अर्थ यह है कि आपकी पाचन क्रिया में समस्या आ गई है।
डाइजेस्टिव सिस्टम पर निर्भर करता है पाचन | Pet Ki Samasya
पेट में गया खाना जब पूरी तरह से बच जाता है यानी की पाचन क्रिया सही तरीके से पूरी हो जाती है तब वह माल के रूप में बाहर निकलता है। अलग-अलग शरीर के लिए डाइजेस्टिव सिस्टम अलग-अलग तरीके से काम करता है। खाना कितनी जल्दी पच रहा है या व्यक्ति के डाइजेस्टिव सिस्टम पर निर्भर करता है। कुछ लोग एक दिन में ही खाना पचा लेते हैं तो वहीं कुछ लोगों को खाना पचाने में 1-5 दिन का समय लगता है। ऐसे में अगर आपको खाना खाने के तुरंत बाद ही सोच लग रही है तो इसका यह मतलब है कि आपका डाइजेस्टिव सिस्टम में कोई दिक्कत आ गई है या फिर पेट में किसी तरह का कोई इंफेक्शन हो गया है।
डाइजेस्टिव सिस्टम को कैसे ठीक करें?
अगर आप भी गैस्ट्रो-कॉलिक रिफलक्स की समस्या से पीड़ित है तो नीचे बताए गए टिप्स को फॉलो कर इस समस्या से निजात पा सकते हैं।
- अपना डाइट ठीक करें – गैस्ट्रो-कॉलिक रिफलक्स की समस्या ज्यादातर डाइट खराब होने के चलते होती है। आजकल लोग फास्ट फूड पर ज्यादा निर्भर होने लगे हैं। यह फास्ट फूड मसालेदार तले भुने होते हैं जिसकी वजह से शरीर में गैस की समस्या हो जाती है। इसलिए अपने फूड में फ्रूट्स और सलाद को शामिल करना चाहिए। इसके अलावा आप ड्राई फ्रूट्स भी खा सकते हैं। पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है जो डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत बनाती है।
- अच्छी तरह चबाकर खाना खाएं – गैस्ट्रो-कॉलिक रिफलक्स की समस्या आमतौर पर तब होती है जब हम जल्दी-जल्दी खाने को निगल जाते हैं। अक्सर बच्चे या बड़े टीवी देखते समय यह मोबाइल चलाते समय खाने को चबाकर नहीं खाते हैं और सीधे निगल जाते हैं। जिसकी वजह से खाना पेट में जाने के बाद वहीं टुकड़ों में नहीं टूट पता है और पाचन क्रिया बाधित हो जाती है। इसलिए खाने को अच्छी तरह से चबा-चबाकर ही खाना चाहिए।
- एक बार में अधिक खाना खाने से बचें– अक्सर लोग खाने को पेट भर कर खा लेते हैं। ऐसा करने से पेट में एसिडिटी बन जाती है। खाने को हमेशा उतना ही खा जितनी शरीर की मांग हो। आवश्यकता से ज्यादा पेट में खाना नहीं होना चाहिए। अगर आप 1 दिन में तीन बार खाना खाते हैं तो इसकी जगह पर 4 से 5 बार खाना खा सकते हैं लेकिन खाने की मात्रा कम रखें। ऐसा करने से आपको जल्दी-जल्दी भूख नहीं लगे और मेटाबॉलिज्म मजबूत होगा।
- खाने को पचाने में नींद मददगार – कहते एक स्वस्थ शरीर के लिए अच्छी नींद आवश्यक होती है। अच्छी नींद लेने के बाद शरीर का डाइजेस्टिव सिस्टम भी अच्छा होता है। सोते समय खाना पचाने में आसानी होती है। इसलिए जितनी अच्छी आप नींद लेंगे खाना पचाने में उतनी ही मदद होती है। एक स्वस्थ व्यक्ति को कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। वही बच्चों को यह नींद 9 से 10 घंटे तक लेनी चाहिए।
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