Parliament Session : संसद में NEET और Sengol पर हंगामा, विपक्ष की मांग पर स्पीकर नाराज …

Parliament Session : लोकसभा सत्र की दूसरे दिन की कार्यवाही के बीच NEET और Sengol पर खूब हंगामा मचा। संसद में विपक्ष और एनडीए के सांसदों के मध्य तीखी बहस देखने को मिली। यह बहस उस समय शुरू हुई जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पेश हुआ। विपक्ष ने स्पीकर से मांग कर दी कि पहले नीट परीक्षा पेपर लीक के मुद्दे पर सामूहिक चर्चा होनी चाहिए। जबकि भाजपा और स्पीकर ओम बिरला ने पहले राष्ट्रपति के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करने की बात कही।

दोनों सदनों में NEET पर हंगामा (Parliament Session)

शुक्रवार को राज्यसभा और लोकसभा (Parliament Session) में नीट परीक्षा को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। हैरत की बात ये रही कि सदन की कार्रवाही के बीच खुद एनडीए नेता ने ही नीट परीक्षा पर चर्चा करने का मुद्दा उठा दिया। जिसपर विपक्ष की ओर से सदन के नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी ने नीट परीक्षा में हुई गड़बड़ी पर चर्चा की मांग कर दी। उन्होंने छात्रों के सम्मान के लिए इस गंभीर विषय पर दोनों पक्ष के बीच चर्चा करने की इच्छा जताई। इस पर भाजपा और विपक्षी सांसदों में बहस छिड़ गई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दोनों पक्षों के सांसदों को शांत कराया।

Parliament Session : सोमवार तक के लिए स्थगित हुई सदन की कार्रवाई

एनडीए नेता ने उठाया NEET का मुद्दा

दरअसल, सदन की कार्रवाही (Parliament Session) को बीच में भंग करते हुए एनडीए के सहयोगी दलों के सांसद ने ही नीट मुद्दे को उठा दिया। राज्यसभा में जब भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू की तो एनडीए के सहयोगी व पूर्व पीएम देवगौड़ा ने नीट परीक्षा मामले में चर्चा शुरू कर दी। उन्होंने हाथ जोड़कर सदन से निवेदन करते हुए कहा कि हमें इस मामले की सामूहिक जिम्मेदारी लेनी होगी। हालांकि लोकसभा अध्यक्ष ने उन्हें रोका और पहले धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करने का अनुरोध किया। मगर तब तक विपक्ष नीट मुद्दे को लेकर खड़ा हो गया।

संसद से सेंगोल हटाने की मांग

इसी बीच लोकसभा में विपक्ष दल सपा और राजद सांसदों ने सेंगोल को लेकर बहस शुरू कर दी। बुधवार को मोहनलालगंज से सपा सांसद आरके चौधरी ने ओम बिरला को पत्र लिख कर संसद से सेंगोल को हटाने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि संसद से सेंगोल को हटाकर संविधान की प्रतिमा रखी जानी चाहिए। क्योंकि सेंगोल राजदण्ड का प्रतीक है और संविधान लोकसभा का प्रतीक है। शुक्रवार को मांग पूरी न होने पर सपा और राजद सांसदों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया।

सपा सांसद ने लिखा था स्पीकर को पत्र

पत्र में सपा सांसद ने लिखा था, ”मैंने सांसद पद की शपथ ले ली है। जब मैं शपथ लेने सदन के पटल पर गया तो वहां देखा कि मेरी पीठ के दाहिने ओर सेंगोल रखा है, जिसे देखकर मैं आश्चर्यचकित रह गया। महोदय, हमारा संविधान भारतीय लोकतंत्र का एक पवित्र ग्रंथ है, जबकि ‘सेंगोल’ अर्थात ‘राजदंड’ राजतंत्र का प्रतीक है। हमारी संसद लोकतंत्र का मंदिर है किसी राजे-रजवाड़े का राज महल नहीं। अतः मैं आग्रह करना चाहूंगा कि संसद भवन से सेंगोल हटाकर उसकी जगह भारतीय संविधान की विशालकाय प्रति स्थापित की जाए।”

आज संसद में नहीं हो सकी कार्रवाही (Parliament Session)

लोकसभा में नीट मुद्दे पर चर्चा को लेकर विपक्ष के अड़े रहने के चलते कार्रवाई को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। आज की संसदीय कार्रवाई (Parliament Session) की शुरुआत राष्ट्रपति के अभिभाषण से हुई। इसके बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होनी थी। लेकिन संसद में NEET मुद्दा हावी रहा, जिसके चलते पहले कार्रवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित की गई। बाद में इसे 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया। लेकिन फिर भी विपक्ष और सत्ता पक्ष में तीखी कहासुनी जारी रही। उधर सपा और राजद ने संसद में सेंगोल स्थापित करने को लेकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। जिसके चलते सदन की कार्रवाई को सोमवार तक के लिए स्थगित किया गया है।

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