Paris Olympics 2024 closing ceremony: 2024 में पेरिस में आयोजित हुए ओलंपिक्स में सभी खेलों का समापन कर क्लोजिंग सेरेमनी हो चुकी है। इस सेरेमनी में भरत की तरफ से ध्वजवाहक मनु भाकर और श्रीजेश रहे। इस सेरेमनी के लिए IOA द्वारा नीरज से श्रीजेश के लिए पूछा गया था जिस पर उन्होंने सहयोग भाव से कहा की मई भी यही चाहता हूँ।
मनु और श्रीजेश भारत की तरफ से ध्वजवाहक रहे ;
पेरिस में आयोजित हुए ओलंपिक्स में सभी खेलों का समापन हो चूका है और अब पेरिस में ओलंपिक्स की क्लोजिंग सेरेमनी का भी आयोजन भी 11 अगस्त की देर रात किया गया। ओलंपिक्स की क्लोजिंग सेरेमनी पर हर देश अपने जीते हुए एथलीट्स में से किन्ही दो को ध्वजवाहक बनने का देतें हैं जो खेल के आखिरी दिन अपने अपने देश के नेशनल फ्लैग के साथ रिप्रेजेंट करते हैं यानि की दो एथलीट्स को ध्वजवाहक बनने का मौका दिया जाता है। इसके लिए ही भरतीय शूटर एथलीट मनु भाकर को और हॉकी टीम के खिलाडी पीआर श्रीजेश को ध्वजवाहक बनने का मौका दिया गया था।
रिटायरमेंट के कारण श्रीजेश को मौका दिया ;
मनु भाकर भारत की पहली एथलीट हैं जो एक ही ओलंपिक में दो पदक लेकर आयीं हैं और पीआर श्रीजेश जो अपने सहयोग से ओलंपिक्स में ब्रॉन्ज मेडल लेकर आयें है और 2020 में टोक्यो ओलंपिक्स में भी ब्रॉन्ज लेकर आये थे और अब श्रीजेश हॉकी से रिटायरमेंट भी ले रहे हैं, इस लिए भी इन दोनों खिलाडियों को क्लोजिंग सेरेमनी में ध्वजवाहक बनने का मौका दिया गया था।
नीरज चोपड़ा ने क्या कहा?
नीरज चोपड़ा भी ऐसे खिलाडी हैं जो पिछली बार हुए टोक्यो ओलंपिक्स में गोल्ड और इस बार रजत लेकर आये हैं यानी की दोनों ही बार मेडल इसलिए IOA की अध्यक्ष पी. टी. उषा ने श्रीजेश का नाम कन्फर्म करने से पहले नीरज से पुछा था जिस बात पर भारतीय स्टार एथलीट नीरज ने काफी पोसिटिव रेस्पॉन्स भी किया था।
नीरज ने कहा ; ”नीरज ने अच्छा रिस्पॉन्स देते हुए कहा की मै तो चाहता हूँ हु की ये मौका श्रीजेश को ये मौका दिया जाये। रिटायरमेंट से पहले इतने अच्छे खिलाडी को ये सम्मना ज़रूर मिलना चहिये।”
भारत दुनियाभर में 71 वीं रैंक पर है ;
ओलंपिक्स मेडल की रैंकिंग में भारत दुनिया भर में 71 वीं रैंक पर आता है। भारत के पास पेरिस 2024 ओलंपिक्स में 1 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मेडल हैं यानि कुल मिलाकर भारत के पास 6 पदक हैं। इसके अलावा मेडल लिस्ट में सबसे ऊपर अमेरिका है जिसने 40 गोल्ड, 44 सिल्वर और 42 ब्रॉन्ज मेडल यानि की कुल 126 पदक जीते हैं और दुसरे नंबर पर चीन का नाम है जिसने 40 गोल्ड, 27 सिल्वर और 24 ब्रॉन्ज यानी की कुल 91 मेडल अपने नाम किये हैं। इनके बाद जापान, ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस लगातार तीसरे, चौथे और पांचवे स्थान पर हैं। पडोसी देश पाकिस्तान इस लिस्ट में 62 वें स्थान में है जिसके पास मात्र एक गोल्ड मेडल है।

