गौरतलब है कि अमेरिका के समुद्री व्यापार का बड़ा हिस्सा पनामा नहर (PANAMA CANAL) के जरिये होता है
WASINGHTON: शपथ लेने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर पनामा नहर (PANAMA CANAL) पर कब्जे की बात दोहराई। हालांकि, इसे लेकर पनामा की ओर से कड़ी आपत्ति जताई गई है। पनामा के राष्ट्रपति ने अपने ताज़ा बयान में कहा है कि नहर पनामा के नियंत्रण में है और भविष्य में भी रहेगी। पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो ने कहा कि किसी भी देश को पनामा के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
हमारे मामलों में हस्तक्षेप नहीं करें- पैनामा राष्ट्रपति
पनामा के राष्ट्रपति मुलिनो ने बयान में कहा, ‘पनामा और पनामा नहर (PANAMA CANAL) को लेकर ट्रंप के बयान को ध्यान में रखते हुए हम कहना चाहते हैं कि नहर पर पनामा का नियंत्रण है और आगे भी रहेगा। इसकी तटस्थता का सम्मान किया जाना चाहिए और किसी भी देश को हमारे मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। मुलिनो ने कहा कि ‘नहर कोई उपहार नहीं था बल्कि यह कई पीढ़ियों के संघर्ष का परिणाम था। जिसके परिणामस्वरूप 1999 में एक संधि हुई। तब से हम 25 वर्षों से बिना किसी रुकावट के नहर का प्रशासन कर रहे हैं।’ पनामा नहर (PANAMA CANAL) के माध्यम से अमेरिका सहित पूरी दुनिया में व्यापार का विस्तार हुआ है।
यह भी पढ़ें- IND VS ENG: इंग्लैड के खिलाफ कोलकाता में पहली जीत दर्ज करेगा भारत?
PANAMA CANAL को लेकर विवाद क्यों
पनामा के राष्ट्रपति ने कहा कि वह उन्हें दिए गए अधिकार का बुद्धिमानी से उपयोग करेंगे और सभी मित्र देशों के साथ अपने संबंध मजबूत करेंगे। हमारे अधिकारों, संप्रभुता और संपत्ति के अधिकारों को नुकसान पहुंचाए बिना, विवादों को बातचीत के माध्यम से हल किया जा सकता है। गौरतलब है कि अमेरिका के समुद्री व्यापार का बड़ा हिस्सा पनामा नहर (PANAMA CANAL) के जरिये होता है।
ट्रंप ने आरोप लगाया
राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद से ही डोनाल्ड ट्रंप पनामा नहर पर कब्जे की बात कर रहे हैं। ट्रंप ने आरोप लगाया कि चीन पर्दे के पीछे से पनामा नहर का संचालन कर रहा है। सोमवार को शपथ ग्रहण समारोह के बाद ट्रंप ने अपने संबोधन में भी यह बात दोहराई। उन्होंने कहा, ‘हमने पनामा को पनामा नहर (PANAMA CANAL) का उपहार दिया था। लेकिन अब इसका संचालन चीन कर रहा है। हमने इसे चीन को नहीं दिया और अब हम इसे वापस लेंगे।’