Pakistani Voter in Bihar : एक तरफ बिहार में चुनावी माहौल है। बिहार में चुनावी सरगर्मियां और राजनीतिक गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। राहुल गांधी भी बिहार में दौरे कर रहे हैं। राहुल गांधी बिहार चुनाव से पहले दावे कर रहे हैं और चुनाव आयोग पर देशभर में वोटों में धांधली का आरोप लगा रहे हैं, ऐसे में बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भागलपुर से चौंकाने वाली खबर आई है। गृह मंत्रालय की जांच में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान से आईं दो महिलाओं का नाम वोटर लिस्ट में दर्ज था और उनके वोटर आईडी कार्ड भी बने थे। मामला सामने आते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया।
भागलपुर में तीन पाकिस्तानी नागरिकों की पुष्टि | Pakistani Voter in Bihar
गृह मंत्रालय ने जब वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी भारत में रह रहे विदेशियों की जांच शुरू की तो भागलपुर में तीन पाकिस्तानी नागरिकों के रहने की पुष्टि हुई, इनमें दो महिलाएं इमराना खानम उर्फ इमराना खातून और फिरदौसिया खानम शामिल हैं। पाकिस्तान से आईं ये दोनों महिलाएं भागलपुर के इशाकचक थाना क्षेत्र के भीखनपुर गुमटी नंबर 3, टैंक लेन में रह रही थीं। इस मामले की जाँच में पता चला है कि इन दोनों महिलाओं की भारत में नागरिकता कभी बदली ही नहीं गई, फिर भी उनके नाम मतदाता सूची में जोड़ दिए गए। उनके नाम अभी हटाए नहीं गए हैं, इसकी जाँच की जाएगी।
लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी | Pakistani Voter in Bihar
विशेष शाखा की रिपोर्ट के बाद डीएम और एसएसपी से कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। भागलपुर के डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने पुष्टि की है कि दोनों पाकिस्तानी महिलाओं के नाम मतदाता सूची से हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि किसकी लापरवाही से इतनी गंभीर गलती हुई। वहीं, परिवार की ओर से एक अलग ही दावा किया गया है।
फ़िरदौसिया ख़ानम का जन्म 1945 में भारत में हुआ था।
फ़िरदौसिया ख़ानम के बेटे मोहम्मद गुलूज़ का कहना है कि उनकी माँ का जन्म 1945 में हुआ था और वह यहीं रह रही हैं। उनका कहना है कि सभी दस्तावेज़ जमा करने के बावजूद रिपोर्ट में गलत जानकारी दी गई है। फ़िलहाल, इस पूरे मामले ने मतदाता सूची की विश्वसनीयता और स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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