रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पर बौखलाया पाकिस्तान, अब CM Dr.Mohan ने दिया जवाब

cm dr.mohan yadav

पाकिस्तान द्वारा आपत्ति जताई गई लेकिन मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा है कि पाकिस्तान लाख आपत्ति जताए, लेकिन विस्थापित शरणार्थियों के आने पर के पहले अखंड भारत था, अतीत के अखंड भारत के हिस्से को लेकर आज भी पंजाब, सिंध, गुजरात, मराठा हमारे राष्ट्रगान में हैं. और ये नहीं हटाए जा सकते हैं.

भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम भव्य तरीके से संपन्न हो चुका है. उसके बाद पूरे देश में उत्सव जैसा माहौल रहा. वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान द्वारा रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर ऐतराज जताया गया है. दरअसल अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पाकिस्तान की पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से बयान जारी किया गया. इस बयान में कहा गया कि सदियों पुरानी मस्जिद को 1992 में चरमपंथियों ध्वस्त कर दिया गया.

लेकिन अफ़सोस की बात है कि भारत की सर्वोच्च न्यायपालिका ने न केवल इस घृणित कृत्य के लिए जिम्मेदार अपराधियों को बरी कर दिया, बल्कि ध्वस्त मस्जिद की जगह पर मंदिर के निर्माण की अनुमति दे दी. पाकिस्तान द्वारा जारी बयान में खास तौर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा पिछले दिनों दिए गए बयान का भी उल्लेख किया गया है.

क्या कहा था सीएम डॉ. मोहन ने?

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा था कि देश के विभाजन से राष्ट्र खंडित हो गया था,अब फिर से अखंड भारत की दिशा में कार्य हो सकता है. ईश्वर ने चाहा तो देश में फिर पंजाब-सिंध और अफगानिस्तान भी शामिल होंगे। ननकाना साहिब भी हमारे यहां होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नए भारत का निर्माण हो रहा है.

पाकिस्तान द्वारा जताई गई आपत्ति पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि पाकिस्तान लाख आपत्ति जताए, लेकिन विस्थापित शरणार्थियों के आने के पहले अखंड भारत ही था. अतीत के अखंड भारत के हिस्से को लेकर आज भी पंजाब, सिंध, गुजरात, मराठा, हमारे राष्ट्रगान में हैं. और ये नहीं हटाए जा सकते हैं.

सीएम ने आगे कहा कि राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हुई है. हजारों साल से अखंड भारत रहा है. आपत्ति करने से बात समाप्त नहीं होगी। वह अपनी जगह पर ही रहेगी।

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