Voter Adhikar Yatra : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ के ज़रिए विपक्षी महागठबंधन की एकजुटता देखने को मिल रही है। यात्रा के दौरान कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल की केमिस्ट्री भी कमाल की दिख रही है। महागठबंधन में इतनी गहरी पैठ है कि यात्रा में शामिल राजनीतिक दल और कार्यकर्ता एक-दूसरे के झंडे थामे और एक-दूसरे की पार्टियों के नेताओं के समर्थन में नारे लगाते नज़र आ रहे हैं। एक दिन की छुट्टी के बाद आज गुरुवार को ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ फिर से शुरू हो गई।
राहुल गांधी देश के अगले प्रधानमंत्री हैं: तेजस्वी यादव
आज यह यात्रा लखीसराय ज़िले से शुरू हुई। यात्रा में शामिल कार्यकर्ताओं तक राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की केमिस्ट्री भी पहुँच रही है। तेजस्वी ने कांग्रेस नेता राहुल को देश का अगला प्रधानमंत्री बताया है, वहीं बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने खुद ड्राइविंग सीट पर होने की बात कहकर तेजस्वी को सीएम उम्मीदवार होने का संकेत दिया है। महागठबंधन खेमे में राहुल, तेजस्वी, मुकेश सहनी और दीपांकर भट्टाचार्य एक साथ खाना खा रहे हैं, चर्चा कर रहे हैं और आराम कर रहे हैं, जबकि इसी खेमे में तेजस्वी के सबसे करीबी संजय यादव और शक्ति यादव कांग्रेस नेताओं के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं, इनमें राष्ट्रीय जनता दल से नफरत करने वाले कन्हैया कुमार भी शामिल हैं।
राहुल और तेजस्वी के साथ बिहार के युवा। Voter Adhikar Yatra
आपको बता दें कि लालू के नापसंद पप्पू यादव भी इसी खेमे में हैं। राजद नेता और राज्यसभा सांसद संजय यादव का कहना है कि महागठबंधन में केमिस्ट्री, फिजिक्स, मैथ्स पहले से बेहतर है, बिहार के मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) बेहोशी की हालत में हैं और देश के पीएम 75 साल के होने के बाद मार्गदर्शक मंडल में चले जाएँगे, इसलिए बिहार और देश इन दोनों युवाओं की ओर देख रहा है। विपक्षी एकता को लेकर बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावेरु ने कहा, “आप देखेंगे कि कैसे यात्रा में महागठबंधन के हर दल का झंडा एक ही बाइक पर है, यह संघर्ष के दिनों की एकता है। नेता से लेकर कार्यकर्ता तक, हम वोटों की चोरी नहीं होने देंगे, जनता भी हमारे साथ है।”
कांग्रेस और राजद के बीच तीन बातों पर सहमति
दरअसल, राहुल गांधी के खुलासे और बिहार में जारी मतदाता सूची में SIR की प्रक्रिया से महागठबंधन के नेता देशभर में एकजुट हो गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, यात्रा शुरू होने से पहले सभी दलों ने तीन बातों पर सहमति जताई है।
- पहला, आपस में छोटे-मोटे मतभेद भुलाकर नेता और कार्यकर्ता भीतर से एकजुट दिखें, ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को अपने साथ जोड़ें। किसी को भी न छोड़ें और जनता को एकजुट करके इस मुद्दे के खिलाफ एक आंदोलन खड़ा करें।
- दूसरा, सभी दलों के कार्यकर्ता संयमित दिखें, किसी भी तरह की बदतमीज़ी और गुंडागर्दी न हो, आम राहगीरों के लिए परेशानी खड़ी न करें। या मीडिया। इसके लिए हर पार्टी ने अपने समर्थकों के समूहों के बीच दो दिनों तक सादे कपड़ों में रैली निकाली है। इसका पालन सुनिश्चित करने के लिए लोगों को नियुक्त किया गया है।
- तीसरा, महागठबंधन के चारों दलों के वोटों के अलावा, राहुल गांधी दलित और अति पिछड़े वोट बैंक में भी बड़ी सेंध लगाना चाहते हैं। इसके लिए लोकसभा चुनाव की तर्ज पर रणनीति बनाई गई है।
राहुल और तेजस्वी कर रहे हैं हमला। Voter Adhikar Yatra
‘मतदाता अधिकार यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी लगातार केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और चुनाव आयोग पर हमला बोल रहे हैं। राहुल ने अपने भाषण के दौरान नारे लगाए। जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “पिछले कुछ सालों से हो रहा है कि जनता का मूड कुछ और होता है और नतीजा कुछ और। पहली बार यह सामने आया है कि चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मिलकर चुनाव चुरा रहे हैं। बिहार में हमारा पिछला चुनाव, महागठबंधन, भी चोरी करके जीता था। नरेंद्र मोदी, भाजपा और चुनाव आयोग मिलकर वोट चुरा रहे हैं।”
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