Operation Sindoor, PM Narendra Modi, Pahalgam Terror Attack: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व में भारत ने न केवल आतंकवाद के खिलाफ अपनी ताकत दिखाई, बल्कि देश की एकता, नारी शक्ति और समावेशी दृष्टिकोण को भी दुनिया के सामने पेश किया। ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor), जो जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) का जवाब था, इसका नामकरण और प्रेस ब्रीफिंग में दो महिला अधिकारियों—कर्नल सोफिया कुरैशी (Colonel Sophia Qureshi) और विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Wing Commander Vyomika Singh) के साथ विंग कमांडर नरीमन मिस्त्री (Wing Commander Nariman Mistry) की उपस्थिति, मोदी के दूरदर्शी विजन का प्रतीक है। यह ऑपरेशन न केवल आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि सामाजिक एकता और महिला सशक्तिकरण को भी रेखांकित करता है।
पहलगाम आतंकी हमला
Pahalgam Terror Attack, Jammu-Kashmir: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam, Jammu-Kashmir) में ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से मशहूर बैसरन घाटी (Baisaran Valley) में आतंकवादियों ने पर्यटकों पर क्रूर हमला किया। इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) से जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (The Resistance Front) ने 26 लोगों की जान ले ली, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। आतंकियों ने सांप्रदायिक तनाव भड़काने के इरादे से पुरुषों को उनका धर्म पूछकर निशाना बनाया, जिससे कई महिलाएं विधवा हो गईं।
इस हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने तत्काल कार्रवाई का आह्वान किया और सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (Cabinet Committee on Security) की बैठक बुलाई, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल (Ajit Doval) शामिल थे। इस बैठक में आतंकवादियों को करारा जवाब देने का फैसला लिया गया।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक का अंत, न्याय की शुरुआत
Operation Sindoor, Air Strike PoK: 7 मई 2025 को भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) को अंजाम दिया। यह ऑपरेशन रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच हुआ, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया। सवाई नाला (Sawai Nala), मुरीदके (Muridke), और बहावलपुर (Bahawalpur) जैसे आतंकी शिविरों को एयर-टू-सरफेस मिसाइलों (Air-to-Surface Missiles) से तबाह किया गया। इस कार्रवाई में 90 से अधिक आतंकी मारे गए, और भारत ने साफ किया कि किसी भी सैन्य ठिकाने या नागरिक को निशाना नहीं बनाया गया।
ऑपरेशन का नाम सिंदूर (Sindoor) खुद प्रधानमंत्री मोदी ने सुझाया, जो उन महिलाओं के सम्मान में रखा गया, जो पहलगाम हमले में विधवा हुईं। यह नाम न केवल भारतीय संस्कृति में सुहाग का प्रतीक है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ता को भी दर्शाता है। (Sindoor Symbolism, Women Empowerment)
मोदी का विजन: नारी शक्ति और सामाजिक एकता
ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) की प्रेस ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरैशी (Colonel Sophia Qureshi), विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Wing Commander Vyomika Singh), और विंग कमांडर नरीमन मिस्त्री (Wing Commander Nariman Mistry) की उपस्थिति ने भारत की विविधता और एकता को दुनिया के सामने रखा। हिंदू, मुस्लिम और पारसी समुदायों से आने वाली इन महिला अधिकारियों का चयन न केवल नारी शक्ति का सम्मान था, बल्कि यह भी संदेश था कि भारत में सभी समुदाय एकजुट होकर देश की सुरक्षा के लिए काम करते हैं।
- कर्नल सोफिया कुरैशी (Colonel Sophia Qureshi), भारतीय सेना की सिग्नल कोर (Corps of Signals) की अधिकारी, ने आतंकी ठिकानों की विस्तृत जानकारी और ऑपरेशन की रणनीति को हिंदी में प्रस्तुत किया। उनकी प्रखरता ने पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब किया।
- विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Wing Commander Vyomika Singh), एक कुशल हेलीकॉप्टर पायलट, ने ऑपरेशन की तकनीकी सफलता और सटीकता को उजागर किया।
- विंग कमांडर नरीमन मिस्त्री (Wing Commander Nariman Mistry), एक पारसी अधिकारी, ने ऑपरेशन में वायुसेना की भूमिका को रेखांकित किया, जो भारत की समावेशी संस्कृति का प्रतीक है। (Inclusive India, Military Leadership)
इस प्रेस ब्रीफिंग ने पहली बार भारतीय सशस्त्र बलों की तीन महिला अधिकारियों को एक साथ दुनिया के सामने लाया, जो प्रधानमंत्री मोदी के ‘नारी शक्ति’ (Nari Shakti) और ‘सबका साथ, सबका विकास’ (Sabka Saath, Sabka Vikas) के विजन को दर्शाता है। यह कदम भारत की सैन्य ताकत के साथ-साथ सामाजिक एकता और महिलाओं की नेतृत्व क्षमता को भी उजागर करता है। (Women in Leadership, Social Cohesion)
मोदी का साहस और रणनीति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) की बारीकी से निगरानी की और इसकी सफलता के बाद देश को संदेश दिया कि भारत आतंकवाद को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। उनके नेतृत्व में भारत ने न केवल आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी पाकिस्तान को कठघरे में खड़ा किया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी पहलगाम हमले की निंदा की थी, और भारत की इस कार्रवाई को उसी दिशा में एक कदम माना जा रहा है।
मोदी का यह विजन न केवल सैन्य ताकत पर टिका है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और सामाजिक ताकत को भी दर्शाता है। ऑपरेशन का नाम सिंदूर (Sindoor) और महिला अधिकारियों का चयन यह दिखाता है कि भारत अपनी परंपराओं और आधुनिकता को एक साथ लेकर चलता है। यह कदम उन लोगों को भी जवाब देता है जो भारत की एकता और ताकत पर सवाल उठाते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) और इसके बाद की प्रेस ब्रीफिंग ने दुनिया को दिखाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व में भारत न केवल आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करता है, बल्कि अपनी नारी शक्ति, सामाजिक एकता और समावेशी संस्कृति को भी गर्व के साथ पेश करता है। कर्नल सोफिया कुरैशी (Colonel Sophia Qureshi), विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Wing Commander Vyomika Singh), और विंग कमांडर नरीमन मिस्त्री (Wing Commander Nariman Mistry) ने न केवल ऑपरेशन की सफलता को दुनिया के सामने रखा, बल्कि भारत की विविधता को भी एक मंच पर लाया।
यह ऑपरेशन और इसका प्रतीकात्मक नामकरण मोदी के उस विजन का प्रमाण है, जिसमें भारत अपनी सांस्कृतिक जड़ों को मजबूत रखते हुए आधुनिक चुनौतियों का सामना करता है। यह नया भारत नारी शक्ति, एकता और साहस का प्रतीक है।
सवाल: जो विपक्ष लगातार मोदी पर हमलावर था, जो कह रहा था कि मोदी में हिम्मत नहीं है, मोदी डरता है, मोदी चुनावी रैली करता है, मोदी को पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) में दुख नहीं है—क्या यह ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) उनके लिए भी करारा जवाब नहीं है?