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Pakistan की कायराना हरकत: Golden Temple पर Missile Attack नाकाम, Indian Army ने दिखाई ताकत

पाकिस्तान ने भारत के पवित्र तीर्थ स्थल स्वर्ण मंदिर (Pakistan Missile Attack On Golden Temple) को निशाना बनाकर मिसाइल हमला करने की साजिश रची, लेकिन भारतीय सेना की अत्याधुनिक वायु रक्षा प्रणाली ने इस कायराना हमले को नाकाम कर दिया। रक्षा मंत्रालय ने इसे भारत की संप्रभुता और धार्मिक भावनाओं पर हमला करार देते हुए पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है कि ऐसी हरकतों का जवाब देने में भारत पूरी तरह सक्षम है।

क्या थी पाकिस्तान की साजिश?

रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने स्वर्ण मंदिर को निशाना बनाने के लिए अत्याधुनिक मिसाइल दागी थी, जिसे भारतीय सेना (Indian Army) ने हवा में ही नष्ट कर दिया। इस हमले का उद्देश्य भारत में धार्मिक तनाव पैदा करना और देश की एकता को चुनौती देना था। भारतीय सेना ने न केवल मिसाइल को निष्क्रिय किया, बल्कि पंजाब में इसके मलबे को भी बरामद कर लिया। मलबे की जांच से पता चला कि यह मिसाइल पाकिस्तान की सैन्य तकनीक का हिस्सा थी। इसके साथ ही, सेना ने एक पाकिस्तानी ड्रोन (Pakistan Drone) को भी मार गिराया, जो संदिग्ध रूप से सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश कर रहा था।

भारतीय सेना की मुस्तैदी

भारतीय वायु रक्षा प्रणाली की ताकत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि देश की सीमाएं और पवित्र स्थल पूरी तरह सुरक्षित हैं। सेना ने अमृतसर में मिसाइल और ड्रोन के अवशेषों को प्रदर्शित कर अपनी तकनीकी श्रेष्ठता और सतर्कता का परिचय दिया। रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, “पाकिस्तान की यह हरकत उसकी आतंकी मानसिकता और भारत के खिलाफ उसकी साजिशों को उजागर करती है। हमारी सेना ने न केवल हमले को नाकाम किया, बल्कि यह भी दिखाया कि भारत किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।”

सिख समुदाय में आक्रोश, देशभर में निंदा

स्वर्ण मंदिर पर हमले की कोशिश ने सिख समुदाय और देशभर में गुस्से की लहर पैदा कर दी है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) ने इस हमले को “सिख धर्म और भारतीय संस्कृति पर हमला” करार देते हुए पाकिस्तान की कड़ी निंदा की। SGPC अध्यक्ष ने कहा, “स्वर्ण मंदिर पूरी दुनिया के लिए शांति और भाईचारे का प्रतीक है। इस पर हमला करने की कोशिश न केवल सिख समुदाय, बल्कि पूरे भारत के लिए अपमानजनक है।”

अमृतसर में हजारों लोगों ने सड़कों पर उतरकर पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया और भारतीय सेना की बहादुरी को सलाम किया। देशभर के धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने इस घटना को “अक्षम्य” बताया और केंद्र सरकार से कड़ा जवाब देने की मांग की।

सरकार का कड़ा रुख

केंद्र सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। रक्षा मंत्री ने कहा, “पाकिस्तान की यह हरकत उसे अलग-थलग कर देगी। भारत अपनी संप्रभुता और धार्मिक स्थलों की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा।” विदेश मंत्रालय ने भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस हमले की निंदा करने की अपील की है। सूत्रों के अनुसार, सरकार ने सीमा पर सुरक्षा को और सख्त कर दिया है और पाकिस्तान को इस हरकत की भारी कीमत चुकाने की चेतावनी दी है।

पाकिस्तान की चुप्पी, अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

पाकिस्तान ने अभी तक इस हमले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन भारतीय खुफिया एजेंसियों का दावा है कि यह हमला पाकिस्तानी सेना और आतंकी संगठनों की मिलीभगत का नतीजा था। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस घटना पर चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र के एक प्रवक्ता ने कहा कि धार्मिक स्थलों पर हमला मानवता के खिलाफ अपराध है।

आगे की रणनीति

रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत इस घटना की गहन जांच कर रहा है और इसके आधार पर भविष्य की रणनीति तय की जाएगी। सेना ने पंजाब और जम्मू-कश्मीर में अपनी चौकसी बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना भारत-पाकिस्तान संबंधों में नया तनाव पैदा कर सकती है, खासकर तब जब दोनों देश हाल ही में युद्धविराम पर सहमत हुए थे।

स्वर्ण मंदिर पर हमले की नाकाम कोशिश ने एक बार फिर भारतीय सेना की ताकत और देश की एकता को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया है। जनता और सरकार दोनों ने इस हमले को देश की आन-बान-शान पर हमला माना है और पाकिस्तान को इसके गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है।

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