प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बीकानेर (Bikaner) के पलाना गांव (Palana Village) में एक जनसभा और 12 मई को राष्ट्र के नाम संबोधन में ऑपरेशन सिन्दूर (Operation Sindoor) पर अपने बयानों से आतंकवाद (Terrorism) के खिलाफ भारत की मजबूत नीति को रेखांकित किया। उन्होंने इस ऑपरेशन को आतंक के खिलाफ “नई सामान्य नीति” करार देते हुए कहा, “हमारी नसों में खून नहीं, सिन्दूर बहता है। यह भारत की अटल प्रतिज्ञा है कि हम आतंकवाद को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।” यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पाहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के जवाब में शुरू किया गया था, जिसमें 26 नागरिकों की जान गई थी।
ऑपरेशन सिन्दूर: आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई
मोदी ने कहा, “ऑपरेशन सिन्दूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की नई नीति और संकल्प है। यह न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है, जिसमें हमारी नसों में खून नहीं, सिन्दूर बहता है।” उन्होंने बताया कि 7 मई को शुरू हुए इस ऑपरेशन में भारतीय सशस्त्र बलों (Indian Armed Forces) ने पाकिस्तान (Pakistan) और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (Pakistan-Occupied Kashmir) में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। इस कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकवादियों (Terrorists) को मार गिराया गया, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammad) के सरगना मसूद अजहर (Masood Azhar) के परिवार के 10 सदस्य और चार सहयोगी शामिल थे।
मोदी ने कहा, “पाहलगाम हमला आतंकवाद का सबसे क्रूर चेहरा था। निर्दोष पर्यटकों को उनके परिवारों के सामने गोली मार दी गई। यह मेरे लिए व्यक्तिगत दर्द था। ऑपरेशन सिन्दूर ने हमारी बहनों और बेटियों के सिन्दूर को मिटाने की कोशिश करने वालों को जवाब दिया।” उन्होंने बहावलपुर और मुरीदके जैसे स्थानों को “वैश्विक आतंकवाद की यूनिवर्सिटी” करार देते हुए कहा कि भारत ने इन आतंकी ठिकानों को “मिट्टी में मिला दिया।”
आतंकवाद के खिलाफ तीन स्तंभों की नीति
प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिन्दूर को भारत की नई राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का हिस्सा बताया, जिसमें तीन प्रमुख सिद्धांत शामिल हैं:
- निर्णायक जवाबी कार्रवाई: “यदि भारत पर कोई आतंकी हमला होगा, तो हम अपने समय और तरीके से जवाब देंगे। आतंकवाद की जड़ों को उखाड़ फेंकेंगे।”
- परमाणु ब्लैकमेल को अस्वीकार: “भारत परमाणु धमकियों से डरने वाला नहीं है। हम आतंकी ठिकानों पर सटीक और निर्णायक प्रहार करेंगे।”
- आतंकियों और उनके प्रायोजकों में कोई अंतर नहीं: “आतंकवादियों और उन्हें पनाह देने वाली सरकारों को हम अलग नहीं मानते। पाकिस्तानी सेना (Pakistani Army) के अधिकारियों का आतंकियों के अंतिम संस्कार में शामिल होना उनके आतंक प्रायोजन का सबूत है।”
मोदी ने कहा, “7 मई को पूरी दुनिया ने हमारा संकल्प कार्रवाई में बदलते देखा। हमारे मिसाइलों और ड्रोनों ने न केवल आतंकी ढांचे, बल्कि उनके हौसले को भी तोड़ दिया।”
पाकिस्तान को कड़ा संदेश
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि ऑपरेशन सिन्दूर को “रोका गया है, खत्म नहीं।” उन्होंने कहा, “पाकिस्तान को शांति चाहिए तो उसे आतंकी ढांचे (Terror Infrastructure) को पूरी तरह खत्म करना होगा। बातचीत और आतंकवाद, व्यापार और आतंकवाद, पानी और खून (Water and Blood) एक साथ नहीं चल सकते।”