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ऑपरेशन ब्लू स्टार कांग्रेस की गलती, जिम्मेदारी लेने को तैयार राहुल गांधी

Rahul Gandhi On Operation Blue Star In Hindi: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ऑपरेशन ब्लू स्टार को कांग्रेस की बड़ी गलती माना है। वह इसकी जिम्मेदारी लेने के लिए भी तैयार हैं। ब्राउन यूनिवर्सिटी के छात्रों से बात करने के दौरान एक सिख छात्र के सवालों के जवाब देते हुए अपनी बात कही।

सिख युवक ने पूछा राहुल गांधी से सवाल

राहुल गांधी पिछले ही महीने 21 अप्रैल को अमेरिका के ब्राउन यूनिवर्सिटी के एक ओपन माइक ईवेंट में यूनिवर्सिटी के छात्रों से संवाद कर रहे थे। इसी दौरान एक सिख छात्र ने राहुल गांधी से सवाल पूछते हुए कहा-“आप कहते हैं राजनीति में निडर होनी चाहिए, डरने नहीं चाहिए, लेकिन कांग्रेस के राज में ऐसा नहीं था हमें अभिव्यक्ति की आजादी नहीं थी। आनंदपुर रेज्युलेशन को कांग्रेस ने गलत करार दिया था। कांग्रेस ने 1984 सिख दंगों के आरोपी सज्जन कुमार को बचाने के प्रयास किए, कोर्ट ने उसे सजा दी। कांग्रेस में सज्जन कुमार जैसे कई लोग हैं।

क्या बोले राहुल गांधी

सिख युवक के सवाल का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा-“मुझे नहीं लगता सिख किसी से डरते हैं। 80 के दशक में जो हुआ वह गलत था, तब मैं नहीं था। लेकिन कांग्रेस के इतिहास की हर गलती को मैं स्वीकार करते हुए जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हूँ। मैंने पहले भी पब्लिकली कहा है जो हुआ, वह गलत था। मैं कई बार स्वर्ण मंदिर गया हूँ। भारत में सिख समुदाय से मेरे अच्छे रिश्ते हैं।

बीजेपी ने कसा तंज

बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल गांधी का वीडियो अपने एक्स एकाउंट से पोस्ट करते हुए तंज कसा है। उन्होंने कहा-“राहुल गांधी की अमेरिकी यात्रा पर एक सिख छात्र ने उनके मुंह पर कहा, आपने सिखों के साथ अच्छा नहीं किया। अब राहुल गांधी को भारत ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय मंचों से भी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।

ऑपरेशन ब्लूस्टार और सिख दंगा

1973 में पंजाब को और ज्यादा अधिकार देने के मांग करते हुए, शिरोमणि अकाली दल ने आनंदपुर रेज्युलेशन पास किया और पंजाब के लिए अलग संविधान की मांग की। भिंडरावाले ने रेज़्युलेशन की का समर्थन करते हुए आंदोलन शुरू हुआ, जो आगे चलकर सशस्त्र विद्रोह में बदल गया। इस आंदोलन के विरुद्ध भिंडरावाले ने ऑपरेशन ब्लूस्टार लांच किया जिसमें भिंडरावाला गया और अकाल तख्त को नुकसान हुआ। 1984 में इसके बाद प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या उनके सिख बॉडीगार्ड्स ने कर दी, जिसके बाद सिखों के विरुद्ध दंगे भड़क गए। इन दंगों में हजारों सिखों की मृत्यु हुई थी।

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