Site icon SHABD SANCHI

ALERT: ONLINE शॉपिंग करने से पहले ध्यान दें ये बातें, वर्ना पैसे हो जाएंगे OFFLINE!

कई रिपोर्टें हैं कि बैंक कर्मचारी साइबर जालसाजों को ग्राहकों का डेटा उपलब्ध कराने में शामिल हैं, ऐसे में धबराए नहीं बस सावधान रहें,,,

Flipkart, Amazon, Myntra आदि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर फेस्टिवल सीजन सेल शुरू हो गई है। कई लोग अपनी पसंद की चीजें खरीदेंगे। अब ऑनलाइन बिक्री की आड़ में साइबर ठग (ONLINE SCAM) भी सक्रिय हो गए हैं। अलग-अलग तरीके आजमाकर ये आपकी जेब पर डाका डाल सकते हैं।

WEBSITE से होता है ONLINE SCAM

ऐसे में इन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (ONLINE SCAM) से खरीदारी करते समय बेहद सावधान रहें। हमेशा आधिकारिक वेबसाइट से ही खरीदारी करें। वेबसाइट खोलने के लिए अपने फोन पर अनजान नंबरों से आने वाले लिंक पर क्लिक न करें। किसी भी वेबसाइट को खोलने से पहले यह जांच लें कि वेबसाइट के नाम के आगे https लिखा हुआ है या नहीं। अगर आप किसी ऐप के जरिए शॉपिंग कर रहे हैं तो एक बात ध्यान रखिए।

कम रेटिंग वाले ऐप्स डाउनलोड न करें

आप ऐप डाउनलोड करने से पहले उसकी रेटिंग और कमेंट्स पढ़ लें। कम रेटिंग वाले ऐप्स डाउनलोड न करें। आजकल कई विक्रेता अपने उत्पाद बेचने के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा ले रहे हैं। इनमें इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और फेसबुक प्रमुख हैं। इंस्टाग्राम का सबसे ज्यादा इस्तेमाल (ONLINE SCAM) किया जाता है। अगर आप इंस्टाग्राम के जरिए किसी अनजान सेलर से कुछ खरीद रहे हैं तो ऑनलाइन पेमेंट न करें। कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प है तभी वहां से खरीदारी करें। ज्यादातर ऐसे मामले देखे गए हैं जहां पैसे लेने के बाद बेचने वाली कंपनी गायब हो गई है।

ONLINE SCAM से अकाउंड खाली

कई बार कोई व्यक्ति अचानक घर पर आ जाता है और डिलीवरी के बदले पैसे मांगता है। जब व्यक्ति कहता है कि उसने कोई सामान ऑर्डर नहीं किया है, तो वह अपने सीनियर के नाम पर उस व्यक्ति की गिरोह के किसी अन्य व्यक्ति से बात करवाता है। वह पार्सल रद्द करने को कहता है और ओटीपी मांगता है। अगर आपने ओटीपी बता दिया तो अकाउंट खाली (ONLINE SCAM) होने में देर नहीं लगेगी। ऐसे में कोई भी OTP न बताएं। अगर खुद को डिलीवरी ब्वॉय बताने वाले व्यक्ति पर यकीन नहीं हो तो पुलिस को फोन करें।

ONLINE SCAM में ग्राहक के डाटा का इस्तेमाल

ऐसी कई रिपोर्टें हैं कि बैंक कर्मचारी साइबर जालसाजों (ONLINE SCAM) को ग्राहकों का डेटा उपलब्ध कराने में शामिल हैं। ऐसे में अगर इन जालसाजों को आपके कार्ड का डेटा मिल जाए तो वे रिवॉर्ड प्वाइंट या किसी अन्य तरीके से धोखाधड़ी कर सकते हैं। ये जालसाज रिवॉर्ड प्वाइंट खत्म होने की बात कहकर जरूरी जानकारी लेते हैं और पैसे गायब कर देते हैं।

यह भी पढ़ें-SAMSUNG: कर्मचारियों की हड़ताल पर कंपनी का आया बयान!

Exit mobile version