Offering Water To Shivling Benefits: शिवरात्रि का त्योहार अब बस आने ही वाला है। शिवरात्रि के त्यौहार के आने से पहले ही शिवरात्रि की तैयारी शुरू हो जाती है। वैसे तो शिव भक्त रोजाना ही शिवजी पर जलाभिषेक कर विशेष मित्रों का जाप करते हैं। परंतु शिवरात्रि के दिन शिवलिंग का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक किया जाता है। इस दिन विशेष मित्रों का जाप किया जाता है। इन विशेष मंत्रो के जाप से भोले बाबा जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और मनुष्य को मनचाहा वरदान देते हैं।
शिवलिंग पर जलाभिषेक की महत्ता
शिवलिंग की पूजा मूर्ति पूजा से एकदम भिन्न प्रक्रिया होती है। शिवलिंग पर पूजा के दौरान जलाभिषेक का महत्व माना जाता है। ऐसे में जलाभिषेक भी यदि संपूर्ण विधि से किया गया हो तो ही वह फलित होता है । इसीलिए जलाभिषेक के दौरान कुछ विशेष मंत्रोच्चार आवश्यक होते है। आज के इस लेख में हम आपको इन्हीं विशेष मंत्रो के बारे में बताने वाले हैं जहां आप अपनी पूजा के प्रताप को दोगुना कर सकते हैं।
शिवलिंग पर जलाभिषेक करते समय किन मंत्रो का उच्चारण करना चाहिए
शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय ‘ओम नमः शिवाय मंत्र’ का जाप करना चाहिए। इसके अलावा आप ‘ओम तत्पुरुषाये विद्महे, महादेवाय धीमहि ,तन्नो रुद्र प्रचोदयात” इस शिव गायत्री मंत्र का भी जाप कर सकते हैं। साथ ही शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय आप ‘ओम पार्वतीपतए नमः ‘ अथवा ‘ओम महेश्वराय नमः’ मंत्र का भी जाप कर सकते हैं
शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय जल में क्या-क्या मिलाया जाना चाहिए?
शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय यदि आप जल में बेलपत्र ,धतूरा, शमी के पत्ते, चंदन, गंगाजल ,घी, भस्म ,शहद ,कच्चा दूध, तिल और कच्चा चावल मिलाकर चढ़ाते हैं तो आपकी मनोकामना जल्द से जल्द पूरी होती है।
शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय ध्यान रखने योग्य बातें
शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय हमेशा कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए
- शिवलिंग पर जल हमेशा तांबे के लोटे से चढ़ाना चाहिए।
- शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय मंत्र का हमेशा स्पष्ट उच्चारण करें ।
- जल्दी में मंत्र कभी ना उच्चारे ।
- वही मंत्र उच्चारण करते समय लगातार जल अर्पित करना चाहिए।
निष्कर्ष
शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय यदि साधक इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए जल चढ़ाता है तो उसे निश्चित ही पूजा अर्चना का दुगना फल प्राप्त होता है। महादेव को जलाभिषेक अत्यधिक प्रिय है, कहा जाता है कि समुद्र मंथन के दौरान धारण किये गये विष के ताप को समाप्त करने के लिए ही सभी देवी देवता महादेव पर जल अर्पित करते हैं । ऐसे में यदि आप भी शिवरात्रि के पावन अवसर पर महादेव को मंत्र उच्चारण के साथ जल अर्पित करते हैं तो भोले बाबा आपको अपनी कृपा का पात्र जरूर बनाते हैं।