‘फ्रीलांस क्रिकेटरों’ के चलते वनडे खत्म होने की कगार पर- MOIN ALI

मोईन अली (MOIN ALI) ने एक स्पोर्ट शो में कहा, ‘विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी को छोड़कर यह वनडे प्रारूप लगभग पूरी तरह से खत्म हो चुका है

NEW DELHI: इंग्लैंड के मोईन अली (MOIN ALI) ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल से 2 दिन पहले वनडे क्रिकेट को लेकर बेहद चौंकाने वाला बयान दिया है। पूर्व ऑलराउंडर ने बल्लेबाजों के पक्ष में नियमों की आलोचना की है। जिसके कारण 50 ओवर का प्रारूप खत्म होने की कगार पर है। साथ ही कहा इसी के कारण टी20 लीग में ‘फ्रीलांस क्रिकेटरों’ की संख्या बढ़ रही है।

इंग्लैंड के लिए 138 वनडे मैच खेले

मोईन अली ने इंग्लैंड के लिए 138 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 2,355 रन बनाए हैं और 111 विकेट लिए हैं। इसके अलावा उन्होंने 68 टेस्ट मैचों में 3000 से अधिक रन बनाए हैं और 200 से अधिक विकेट लिए हैं। उन्होंने पिछले साल सितंबर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। वह आगामी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलेंगे।

MOIN ALI ने स्पोर्ट शो में रखी बात

मोईन अली (MOIN ALI) ने एक स्पोर्ट शो में कहा, ‘विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी को छोड़कर यह वनडे प्रारूप लगभग पूरी तरह से खत्म हो चुका है। यह खेलने के लिए सबसे खराब प्रारूप है और मुझे लगता है कि इसके कई कारण हैं।’ पहले पहले पावरप्ले के बाद सर्कल के बाहर पांच फील्डर हुआ करते थे लेकिन पिछले कुछ सालों में यह संख्या घटाकर 4 कर दी गई है। इससे बीच के ओवरों में बल्लेबाजी आसान हो गई है। इतना ही नहीं, दो नई गेंदों का इस्तेमाल किया जाता है जो पहले नहीं होता था, जिससे रन बनाना भी बहुत आसान हो जाता है।

MOIN ALI ने अतिरिक्त फील्डर नियम पर उठाए सवाल

उन्होंने (MOIN ALI) कहा, ‘मुझे लगता है कि पहले पावरप्ले के बाद अतिरिक्त फील्डर का नियम खराब है। विकेट लेने और किसी भी तरह का दबाव बनाने के लिए यह एक खराब नियम है। यही कारण है कि अब खिलाड़ी वनडे क्रिकेट में औसतन 60 और 70 रन बना रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘जब आप किसी को गेंदबाजी कर रहे होते हैं और आप थोड़ा दबाव डालते हैं, तो बल्लेबाज बस रिवर्स स्वीप करता है और यह रन नहीं बल्कि चौका होता है। बल्लेबाजों के पास रन बनाने के लिए हमेशा एक विकल्प उपलब्ध रहता है।’

पैसे की वजह से जल्दी संन्यास ले लेंगे- मोईन अली

मोईन अली ने चेतावनी दी कि ऐसे क्रिकेटर हैं जो टी20 लीग में मिलने वाले पैसे की वजह से जल्दी संन्यास ले लेंगे। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि फ्रेंचाइजी क्रिकेट अपने पैसे की वजह से आकर्षक है और यह इतना आकर्षक है कि खिलाड़ी इसे मना नहीं कर सकते। यह बहुत मुश्किल है।’

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