Mewaram Jain Viral Video: कांग्रेस के पूर्व विधायक मेवाराम जैन (Mewaram Jain) को पार्टी ने निलंबित कर दिया है. मेवाराम जैन पर नाबालिग बच्चियों से गैंगरेप करने के आरोप हैं. 70 साल का आरोपी 15-15 साल की लड़कियों डिमांड करता था.
कांग्रेस नेता काअश्लील वीडियो: कांग्रेस नेता और राजस्थान के बाड़मेड से पूर्व विधायक मेवाराम जैन के दो कथित अश्लील वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं. 6 मिनट और 53 सेकेंड के इन दोनों वीडियो ने हड़कंप मचा दिया है. दावा किया जा रहा है कि वीडियो में मेवाराम ही हैं जो महिलाओं के साथ घटिया हरकतें नज़र आ रहे हैं. मेवाराम पर महिलाओं और नाबालिगों से रेप के आरोप हैं.
वीडियो आने से 15 दिन पहले ही मेवाराम पर रेप के आरोप लगे और केस दर्ज हुआ. इनके अलावा आरपीएस आनंद सिंह राजपुरोहित समेत 9 लोगों के खिलाफ POCSO और अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज हुआ. FIR में पीड़िताओं ने उन्ही दो अश्लील वीडियो का जिक्र किया, जो वायरल हुए हैं.
केस दर्ज होने तक इस मामले में कांग्रेस पार्टी चुप्पी साधे हुई थी. लेकिन जब वीडियो में मेवाराम की करतूत उजागर हुई तो कांग्रेस को मजबूरन एक्शन लेना पड़ा और अपने नेता को निलंबित करना पड़ गया.
पूरा मामला क्या है आइये जानते हैं.
पीड़िता ने मेवाराम सहित 9 लोगों के खिलाफ जोधपुर के राजीव गांधी नगर थाने में ST-SC ACT, POCSO, गैंगरेप सहित 18 धाराओं के तहत मामला दर्ज करवाया था. पीड़िता ने कहा कि जब मेवाराम विधायक थे तो अपने रसूख के दम पर कार्रवाई नहीं होने देते थे. यहां तक की मेवाराम ने पीड़िता पर ही सेक्सटोर्शन का केस दर्ज करवा उसे गिरफ्तार करवा दिया था.
साल 2022 में मेवाराम के रेप से जुड़े वीडियो के तीन स्क्रीनशॉट वायरल हुए थे. तब मेवाराम ने बाड़मेड़ कोतवाली में सेक्सटॉर्शन का केस दर्ज करवा दो पीड़िताओं, उनके वकील और एक अन्य को गिरफ्तार करवा दिया। आरोप लगाए कि ये लोग एक अश्लील वीडियो दिखाकर 5 करोड़ रुपए की डिमांड कर रहे थे. मामला 50 लाख में तय हुआ लेकिन फिर से एक करोड़ की डिमांड की गई.
पीड़िता ने आरोप लगाया कि मेवराम और उनके साथ रामस्वरूप आचार्य ने न केवल उसका बल्कि उसकी सहेली का भी रेप किया, इतना ही नहीं जब इन दो महिलाओं से मेवाराम बोर हो गया तो उसने पीड़िता की नाबालिग बेटी से भी यौन शोषण दिया। वह पीड़िताओं ने 15-16 साल की लड़कियों की डिमांड करने लगा. एक पीड़िता ने बताया कि आरोपियों ने उसके प्राइवेट पार्ट में डंडा डालकर उसे प्रताड़ित भी किया। आरोप है कि 29 नवंबर 2022 की सुबह 7 बजे बाड़मेर कोतवाली थानाधिकारी गंगाराम खावा और वहां का पुलिसकर्मी दाऊद खान पीड़िता और उसकी सहेली को पाली रोड पर एक फार्महाउस लेकर गए. वहां पर डीएसपी आनंद सिंह राजपुरोहित पुलिसकर्मियों के साथ पहले से थे. वहां उनके साथ कथित तौर पर मारपीट की गई और उनके प्राइवेट पार्ट में लकड़ी डालकर प्रताड़ित किया गया. केस दर्ज होने के बाद मेवाराम कोर्ट चले गए और 25 जनवरी तक उनकी गिरफ़्तारी पर रोक लग गई. और कोर्ट ने जांच के आदेश जारी कर दिए.
अब भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पर हमलावर है, राहुल और प्रियंका गांधी से पुछा जा रहा है कि अब वो पीड़िताओं के घर क्यों नहीं जा रहे? धरना क्यों नहीं दे रहे? हालांकि वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस ने मेवराम को निलंबित कर दिया। इस मामले में मेवाराम की तरफ से कोई बयान नहीं आया है.