भारत में स्वच्छ और स्थिर बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए NTPC अब तेज़ी से Nuclear Power Plant सेक्टर में कदम बढ़ाने जा रही है। कंपनी 700 MW से लेकर 1600 MW तक के बड़े परमाणु ऊर्जा प्रोजेक्ट्स पर अभी काम कर रही है। इसके लिए देश के कई राज्यों में परफेक्ट लोकेशन की तलाश भी शुरू हो चुकी है। NTPC का यह कदम देश की ऊर्जा सुरक्षा और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।
NTPC की नई योजना, 700 से1600 MW तक के प्लांट
एनटीपीसी आने वाले साल में कई बड़े न्यूक्लियर प्रोजेक्ट्स को शुरू करने की तैयारी में है।
पहला 700 MW, दूसरा 1000 MW और तीसरा 1600 MW का प्रोजेक्ट एनटीपीसी का होने वाला है इन तीनों प्रोजेक्ट की क्षमताओं पर आधारित संयंत्र लगाने की योजना शुरू की गई है। इसके लिए गुजरात, मध्य प्रदेश, बिहार और आंध्र प्रदेश जैसे कई राज्यों में जमीन की तलाश की जा रही है।
क्यों जरूरी है Nuclear Power Plant?
न्यूक्लियर पावर प्लांट इसलिए जरूरी है क्योंकि न्यूक्लियर ऊर्जा लगातार बिजली देता है। इससे प्रदूषण भी बहुत कम होता है कोयला और गैस पर निर्भरता भी कम होती है। भारत में क्लीन एनर्जी मिशन में गति लाने के लिए भी जरूरी है।
आज के समय में जब देश में बिजली की मांग लगातार बढ़ती जा रही है ऐसे में न्यूक्लियर पावर एक स्थिर और लंबे समय का समाधान बताया जा रहा है।
टेक्नोलॉजी और सुरक्षा स्तर
NTPC नए प्लांट्स में आधुनिक PHWR (Pressurized Heavy Water Reactor) तकनीक का उपयोग करने वाली है। बड़ी क्षमता (1600 MW) वाले प्लांट के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग भी लिया जा सकता है। यह तकनीक ज्यादा सुरक्षित और ज्यादा उत्पादन क्षमता वाली भी मानी जाती है।

भारी निवेश से बदलेगी तस्वीर
न्यूक्लियर प्लांट लगाना एक महंगा लेकिन भविष्य के लिए फायदेमंद निवेश का उपाय है। ऐसा अनुमान है कि,
1 GW (1000 MW) न्यूक्लियर प्लांट की लागत ₹15,000 से 20,000 करोड़ है।
NTPC का लक्ष्य है कि वर्ष 2047 तक भारत के अनुमानित 100 GW न्यूक्लियर के लक्ष्य में 30% से भी अधिक का योगदान दे सके।
यूरेनियम सप्लाई पर भी फोकस
NTPC विदेशों में यूरेनियम संसाधनों की तलाश कर रही है ताकि ईंधन की सप्लाई सुरक्षित और स्थिर तरीके से होती रहे। इससे भविष्य में उत्पादन पर कोई भी संकट नहीं आएगा।
सरकार की नीति और मंजूरी प्रक्रिया
एनटीपीसी केवल उन स्थानों पर जगह तलाश रही है जिन्हे AERB के द्वारा परफेक्ट रूप से मान्यता भी मिल सकती है। केंद्र सरकार की न्यूक्लियर ऊर्जा को विस्तार से बढ़ावा दे रही है जिससे इन प्रोजेक्ट को मजबूत का सपोर्ट भी मिल पाएगा।
भारत की एनर्जी फ्यूचर की ओर बड़ा कदम
NTPC का यह फैसला आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित स्वस्थ और लगातार बिजली देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया जा रहा है न्यूक्लियर पावर सेक्टर में या बढाड भारत को वैश्विक ऊर्जा मानचित्र में और भी मजबूती प्रदान कर सकती है।
