Bharat NCAP को BNCAP कहा जाएगा, यानी भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Bharat New Car Assessment Programme). यहां कार्स का क्रैश टेस्ट होगा और उन्हें सेफ्टी रेटिंग दी जाएगी.
BNCAP Launch: अब भारत की कार निर्माता कंपनियों को अपने व्हीकल्स की सेफ्टी रेटिंग पाने के लिए Global NCAP की जरूरत नहीं पड़ेगी. क्योंकी भारत में अपना अलग BNCAP यानी भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Bharat New Car Assessment Programme) लॉन्च होने वाला है. NCAP वो संस्था है जो दुनियाभर में बनने और लॉन्च होने वाली गाड़ियों का क्रैश टेस्ट करके उन्हें सेफ्टी रेटिंग देती है. मंगलवार 22 जनवरी को केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) BNCAP का शुभारंभ करेंगे.
गौरलतब है कि BNCAP के जरिए सरकार, कार ग्राहकों को बाजार में उपलब्ध गाड़ियों की दुर्घटना सुरक्षा का तुलनात्मक मूल्यांकन करने की सुविधा देना चाहती है. यदि कोई कार खरीदने का प्लान बना रहा है तो वह अपनी पसंदीदा कारों की सेफ्टी रेटिंग को देखकर अपने लिए बेस्ट चॉइस चुन सकता है.
BNCAP में क्या होगा
BNCAP में नई लॉन्च हुईं गाड़ियों का Crash Test होगा. इससे ये पता लगाया जाएगा कि गाड़ी कितनी मजबूत बनाई गई है और कभी इसका एक्सीडेंट होता है तो इसमें बैठे लोग कितने सुरक्षित रहेंगे. BNCAP का सेफ्टी पैरामीटर बिलकुल ग्लोबल NCAP की तरह होगा. जहां कार क्रैश टेस्ट करके गाड़ियों को 0 से लेकर 5 स्टार तक रेटिंग दी जाएगी. BNCAP के लिए नितिन गडकरी ने जून-2022 में ही GSR नोटिफिकेशन ड्राफ्ट को मंजूरी दे दी थी.
सरकार ने BNCAP के लिए एक वेबसाइट भी बनाई है जिसमे आप भारत में बनने और बिकने वाली हर कार का क्रैश टेस्ट और उसे मिले सेफ्टी स्टार्स को देख सकते हैं. फ़िलहाल कार निर्माता कंपनियों के लिए क्रैश टेस्ट कराना अनिवार्य नहीं है, लेकिन आगे जाकर यह कम्पल्सरी हो सकता है. जरूरी नहीं है कि NCAP में सेफ्टी रेटिंग के लिए हर कार को भेजा जाए. Rolls Royce, Bugatti, Ferrari जैसी कंपनियां जिनकी कार बहुत महंगी होती हैं और ऑन डिमांड बनाई जाती हैं उन्हें NCAP सेफ्टी रेटिंग की कोई परवाह नहीं होती है.