भारत के साथ रिश्तो में खटास के बाद मालदीव की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. मालदीव जाने वाले भारतीय सैलानियों की संख्या लगातार अब कम आ रही है, जिसको लेकर अब मालदीव प्रशासन की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं. इसके बाद अब मालदीव की एक बड़ी टूरिज्म संख्या ने भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए देश के बड़े शहरों में रोड शो करने का फैसला किया है.
भारत के साथ रिश्ते को तनावपूर्ण बनाकर मालदीव ने अपना बहुत बड़ा नुकसान कर लिया है. मालदीव में भारतीय सैलानियों की संख्या में बड़े स्तर पर कमी आ गई है. इसका असर मालदीव की इकोनॉमी पर पड़ रहा है. अब मालदीव की एक बड़ी टूरिज्म संस्था ने भारतीय पर्यटकों को रिझाने के लिए भारत के बड़े शहरों में रोड शो करने का फैसला किया है. ताकि मालदीव को लेकर भारतीय पर्यटकों के बीच धरना बदली जा सके और उन्हें एक बार फिर से मालदीव घूमने के लिए प्रेरित किया जा सके.
मालदीव ऐसा देश है जो चारों ओर से समुद्र से घिरा हुआ है. यहां के लोगों की आजीविका का सबसे बड़ा साधन ही पर्यटन है. यहां बड़ी संख्या में भारतीय छुट्टियां मनाने के लिए जाते हैं. लेकिन इस स्थिति में बदलाव तब आया जब राष्ट्रपति मुइज्जु ने अपने चुनावी अभियान में ‘इंडिया आउट’ का नारा दिया। इसके बाद दोनों के रिश्ते बिगड़ते चले गए. मालदीव ने अपने यहां से भारतीय सैनिकों को भी बाहर निकालने का आदेश जारी कर दिया।
पीएम मोदी पर की गई थी अपमानजनक टिप्पणियां
पीएम मोदी ने भारत के लक्ष्यद्वीप से अपनी तस्वीर जारी की. इसके बाद सोशल मीडिया पर लक्ष्यद्वीप और मालद्वीप की तुलना की जाने लगी. इसके बाद मालदीव के कई मंत्रियों सहित कुछ अधिकारियों ने भारत के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी. इसके बाद मालदीव जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में काफी कमी आई. अब मालदीव इस नुकसान की भरपाई करने के लिए कदम उठा रहा है और भारत से रिश्ते ठीक करने में जुटा है.
अब रोड शो की तैयारी
मालदीव की पर्यटन एजेंसी ने एक बयान जारी कर कहा कि MATATO ने पर्यटन पहल को बढ़ावा देने के लिए मालदीव में भारतीय उच्चायोग के साथ मिलकर सहयोग करने का इरादा व्यक्त किया है, भारत के प्रमुख शहरों में एक व्यापक रोड शो शुरू करने की तैयारी की जा रही है. इसके अलावा आगामी महीनों में इन्फ्लुएंसर और मीडिया को मालदीव के ट्रिप पर ले जाया जाएगा ताकि वे वहां के बारे में जान सकें। इस एसोसिएशन ने कहा कि भारत मालदीव के पर्यटन के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार बना हुआ है, उन्होंने कहा कि वे मालदीव को एक प्रमुख टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में बढ़ावा देने के लिए भारत भर के प्रमुख टूरिज्म संस्थाओं और इस इंडस्ट्री के अहम प्लेयर्स के साथ काम करेंगे।
भारतीय पर्यटकों में आई भारी कमी
मालदीव के पर्यटन मंत्रालय द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राजनायिक विवाद के बाद इस देश का दौरा करने वाले भारतीय यात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है. 2023 में मालदीव का दौरा करने वाले 17 लाख से अधिक पर्यटकों में से अधिकांश भारतीय (2,09,198) थे. इसके बाद रूस और चीन का नंबर था. राजनायिक तनाव के बाद के हफ्तों में भारतीय सैलानियों की संख्या पांचवें स्थान पर खिसक गई थी. बता दें कि मालदीव में पिछले साल नवंबर में चीन समर्थक राष्ट्रपति मुइज्जु के सत्ता में आने के बाद हाल के दिनों में भारत और मालदीव के बीच संबंधों में खटास बढ़ गई है.