Pravesh Utsav Abhiyaan 2025: मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग 1 अप्रैल से “प्रवेश उत्सव अभियान” चलाएगा। इसमें सरकारी स्कूल से पांचवी क्लास पास होने वाले बच्चे का छठवीं क्लास में एडमिशन की जिम्मेदारी हेड मास्टर की रहेगी। अभियान में मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे।
Pravesh Utsav Abhiyaan 2025 Date: मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूल से पांचवी कक्षा पास करने वाले बच्चे का छठवीं में एडमिशन की जिम्मेदारी हेड मास्टर की होगी। उन्होने यह भी कहा है कि नई शिक्षा नीति के तहत सरकारी स्कूलों में नर्सरी में बच्चों को भेजने का प्रावधान किया जा रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग 1 अप्रैल से “प्रवेश उत्सव अभियान” चलाएगा। प्रवेश उत्सव अभियान में मुख्यमंत्री, मंत्रीगण, विधायकों एवं जनप्रतिनिधियों के सम्मिलित होने का आग्रह किया जा रहा है। प्रवेश उत्सव अभियान से जुड़े सभी लोग सरकारी स्कूलों में प्रवेश के लिए बच्चों और उनके अभिभावकों से चर्चा करेंगे।
नर्सरी से स्कूल भेजने का माइंड सेट
शिक्षा मंत्री उदय प्रताप ने कहा कि सरकारी स्कूल में 6 वर्ष के बच्चे को स्कूल में दाखिल मिलता है। लोगों का माइंडसेट है कि बच्चों को नर्सरी से स्कूल भेजें। नई शिक्षा नीति के तहत हमने ये बदलाव किया है कि सबसे पहले हमने नर्सरी कक्षा शुरूआत की। एडमिशन की पद्धति को हम बदलने का प्रयास कर रहे हैं।
30 सितंबर को मिलेगा प्रवेश
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि अभी तक हम 30 अप्रैल तक 6 वर्ष पूर्ण होने पर ही एडमिशन देते थे, वहीं इस वर्ष 30 सितंबर को 6 वर्ष के जो बच्चे होंगे उनको भी हम एडमिशन दिया जाएगा। इससे पिछले वर्ष की अपेक्षा बच्चों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी। हम 1 अप्रैल को पूरे प्रदेश में प्रवेश उत्सव का अभियान चलाएंगे। मुख्यमंत्री और सभी मंत्री, विधायक अपने-अपने क्षेत्र में शामिल होंगे। राजनीति से हटकर सभी जनप्रतिनिधियों से हम आग्रह करेंगे कि इस अभियान में शामिल हों और शासकीय स्कूलों में जाएं।
हेडमास्टर पांचवी रखेंगे बच्चों का ख्याल
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि जो बच्चा पांचवी कक्षा में पढ़ता है और उसके बाद वह छठवीं में जाता है तो उसे अभी तक टीसी दे डि जाती है। अब वह बच्चा कहां जाएगा यह हमें पता नहीं होता है। इस बार हम इसमें भी परिवर्तन कर रहे हैं। अब जो बच्चा पांचवी के बाद स्कूल से निकल कर जाएगा, उसके लिए स्कूल के हेड मास्टर की जिम्मेदारी रहेगी कि वह उस बच्चे का एडमिशन मिडिल स्कूल में जाकर कराए। बच्चों के पेरेंट्स यदि ध्यान नहीं दे रहे हैं तो हमारे स्कूल के जिम्मेदार अधिकारी देंगे। वह उसे मिडिल स्कूल भेजेंगे और मिडिल स्कूल का प्रिंसिपल हाई स्कूल भेजेगा। अभी तक बच्चे के सिर्फ माता-पिता ही करते थे कि टीसी लेकर चले जाते थे। लेकिन अब स्कूल के जिम्मेदार प्रिंसिपल बच्चों का ख्याल रखेंगे कि वह कहां पढ़ रहे हैं और उनका एडमिशन हुआ कि नहीं।