Rewa DM IAS Pratibha Pal का बड़ा एक्शन, अचानक 40 अधिकारियों को नोटिस जारी, मच गया हड़कंप!

Rewa Collector IAS Pratibha Pal

Rewa Collector News: सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों में लापरवाही बरतने वाले 40 अधिकारियों पर रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कड़ा रुख अपनाया है। कलेक्टर ने इन अधिकारियों को नोटिस जारी कर वेतनवृद्धि रोकने की चेतावनी दी है और तीन दिनों के भीतर संतोषजनक जवाब मांगा है। जवाब न मिलने पर एकपक्षीय कार्रवाई की जाएगी।

यह कार्रवाई उन शिकायतों के लंबित रहने के कारण की गई है, जिनकी अवधि 100 दिन से अधिक हो चुकी है। कलेक्टर ने जनहित के मामलों में लापरवाही और वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों की अनदेखी को गंभीरता से लिया है। नोटिस पाने वालों में एसडीएम, तहसीलदार, जनपद सीईओ, विभागीय और जिला स्तरीय अधिकारी शामिल हैं।

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नोटिस प्राप्त करने वाले अधिकारी

  • एसडीएम: वैशाली जैन (हुजूर), पीएस त्रिपाठी (त्योंथर), पीयूष भट्ट (जवा), संजय जैन (मनगवां), अनुराग तिवारी (गुढ़), पीके पाण्डेय (सिरमौर)।
  • तहसीलदार: अनुपम पाण्डेय (सिरमौर), अरुण यादव (गुढ़), शिवशंकर शुक्ला (हुजूर), विन्ध्या मिश्रा (हुजूर ग्रामीण), अर्जुन बेलवंशी (सेमरिया), विनयमूर्ति शर्मा (रायपुर कर्चुलियान), आंचल अग्रहरी (मनगवां), जीतेंद्र तिवारी (जवा), राजेंद्र शुक्ला (त्योंथर)।
  • जनपद सीईओ: हरिश्चंद्र द्विवेदी (सिरमौर), प्रवीण बसोड़ (त्योंथर), सुलभ सिंह कुसाम (जवा), संजय सिंह (रायपुर कर्चुलियान), पूनम दुबे (रीवा), प्राची चौबे (गंगेव)।
  • विभागीय अधिकारी: मनोज तिवारी (जल संसाधन), संजय पाण्डेय (पीएचई), नितिन पटेल (पीडब्ल्यूडी), नयन सिंह (महिला एवं बाल विकास), डॉ. संजीव शुक्ला (सीएमएचओ), कमलेश टाण्डेकर (जिला आपूर्ति)।
  • अन्य अधिकारी: ज्ञानेन्द्र पाण्डेय (सहकारिता), प्रिया अग्रवाल (श्रम), अर्पिता अवस्थी (प्राचार्य, टीआरएस कॉलेज), सुमन द्विवेदी (पिछड़ा वर्ग), बृजेश शुक्ला (ऊर्जा विभाग), कमलेश्वर सिंह (अनुसूचित जाति कल्याण), रामराज मिश्रा (जिला शिक्षा अधिकारी), जगमोहन (अग्रणी बैंक), यूपी बागरी (कृषि), शारदा मिश्रा (आयुष), डॉ. राजेश मिश्रा (पशुपालन), दीपमाला तिवारी (खनिज), जेपी तिवारी (जिला उद्योग केंद्र)।

कलेक्टर प्रतिभा पाल ने स्पष्ट किया कि सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से प्राप्त शिकायतें आम लोगों की समस्याओं से जुड़ी हैं, और इनका समयबद्ध निराकरण न होना शासन की जनहितकारी योजनाओं को प्रभावित करता है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह की लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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