Site icon SHABD SANCHI

Nobel Prize 2024: रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार का एलान

Nobel Prize 2024: रसायन विज्ञान के क्षेत्र में 2024 के नोबेल पुरस्कार का एलान कर दिया गया है। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के हिसाब से , इस साल यह सम्मान तीन लोगों को दिया गया। इस अवॉर्ड का आधा हिस्सा डेविड बेकर को कम्प्यूटेशनल प्रोटीन डिजाइन के लिए दिया जाएगा। इसके अलावा इसे संयुक्त रूप से डेमिस हसाबिस और जॉन एम. जम्पर को प्रोटीन संरचना भविष्यवाणी के लिए दिया जाएगा।

यह भी पढ़े :https://shabdsanchi.com/indias-affordable-ev-boom-how-startups-are-redefining-urban-mobility/

गौरतलब है कि इससे पहले मंगलवार को भौतिकी क्षेत्र के लिए अवॉर्ड का एलान किया गया था। जॉन जे. हॉपफील्ड और जेफ्री ई. हिंटन को भौतिकी का नोबेल पुरस्कार देने का फैसला किया गया था। इन्हें कृत्रिम तंत्रिका नेटवर्क के साथ मशीन लर्निंग को सक्षम करने वाली मूलभूत खोजों और आविष्कारों के लिए यह पुरस्कार देने का फैसला किया गया था। 

आपको बता दे कि इससे पहले रसायन विज्ञान के क्षेत्र में 2024 के नोबेल पुरस्कार का एलान कर दिया गया है। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के मुताबिक, इस साल यह सम्मान तीन लोगों को दिया गया।

इस अवॉर्ड का आधा हिस्सा डेविड बेकर को कम्प्यूटेशनल प्रोटीन डिजाइन के लिए दिया जाएगा। इसके अलावा इसे संयुक्त रूप से डेमिस हसाबिस और जॉन एम. जम्पर को प्रोटीन संरचना भविष्यवाणी के लिए दिया जाएगा।

इसके साथ ही वहीं, सोमवार को फिजियोलॉजी या मेडिसिन क्षेत्र के लिए इस सम्मान के विजेताओं के नाम का एलान किया गया था। इस साल अमेरिका के विक्टर एंब्रोस और गैरी रुवकुन को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया। दोनों को माइक्रो आरएनए की खोज के लिए यह सम्मान दिया गया।

पिछले साल इन्हें मिला था रसायन का नोबेल

दिलचस्प बात यह है कि , रसायन विज्ञान के क्षेत्र में 2023 के नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मौंगी जी. बावेंडी, कोलंबिया विश्वविद्यालय से लुईस ई. ब्रूस और नैनोक्रिस्टल टेक्नोलॉजी में काम करने वाले एलेक्सी आई. एकिमोव को दिया गया था। पुरस्कार ‘क्वांटम डॉट्स की खोज और संश्लेषण के लिए के लिए दिया गया था।

2022 में इन्हें मिला था रसायन का नोबेल

गौरतलब है कि 2022 में रसायन के नोबेल स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी अमेरिका के कैरोलिन बेरटोजी, यूनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन (डेनमार्क) के मॉर्टेन मिएलडॉल और अमेरिका के स्क्रिप्स रिसर्च सेंटर के के. बैरी शार्पलेस को दिया गया था। पुरस्कार क्लिक केमिस्ट्री और बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री के विकास के लिए दिया गया था।

जान लेते है इतिहास

आपको बता दे कि चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार के साथ ही नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की शुरूआत हो गई थी। इसका एलान सात अक्तूबर यानी सोमवार को किया गया था। इसके बाद आठ अक्तूबर यानी मंगलवार को भौतिकी के नोबेल का एलान किया गया।

इसके बाद आज यानी बुधवार को रसायन विज्ञान के नोबेल का एलान किया गया। अब गुरुवार को साहित्य के क्षेत्र में दिए जाने वाले नोबेल पुरस्कार विजेता के नाम की घोषणा होगी। इसके अलावा नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में इस पुरस्कार के विजेता की घोषणा 14 अक्तूबर को की जाएगी।

इतना मिलता है पुरस्कार

आपको बता दे कि पुरस्कारों में 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर यानी एक मिलियन अमेरिकी डॉलर या दस लाख डॉलर का नकद पुरस्कार दिया जाता है। धनराशि अवॉर्ड के संस्थापक और स्वीडिश आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की छोड़ी हुई वसीयत से आती है।

1896 में उनका निधन हो गया था। नोबेल पुरस्कार अधिकतम तीन विजेताओं को दिया जा सकता है। उन्हें पुरस्कार राशि साझा करनी होती है।

यह भी देखें :https://youtu.be/pbCIM0u5hLM?si=1qnbJ7YQPn07gRi1

Exit mobile version