Nobel Peace Prize Contender: नोबेल शांति पुरस्कार 2025 (Nobel Peace Prize 2025) की घोषणा 10 अक्टूबर 2025 नॉर्वेजियन नोबेल कमेटी (Norwegian Nobel Committee) द्वारा की जाएगी, और दुनिया की नजरें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) पर टिकी हैं। लेकिन ट्रंप के अलावा इस साल 338 उम्मीदवारों (338 Nominees) में से कई प्रमुख नाम भी दावेदार हैं, जिनमें पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान (Imran Khan), टेस्ला के CEO एलन मस्क (Elon Musk), पोप फ्रांसिस (Pope Francis) और मलेशिया के पीएम अनवर इब्राहिम (Anwar Ibrahim) शामिल हैं।
Nobel Peace Prize Nominees: नामांकन प्रक्रिया हर साल 1 फरवरी से 31 जनवरी तक चलती है, और नाम गोपनीय रहते हैं। पुरस्कार 10 दिसंबर को ओस्लो में दिया जाएगा। ये दावेदार मानवाधिकार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और वैश्विक शांति जैसे मुद्दों पर अपने योगदान से चमक रहे हैं।
इमरान खान: मानवाधिकारों के लिए जेल में संघर्ष
पाकिस्तान वर्ल्ड अलायंस (Pakistan World Alliance) द्वारा नामांकित इमरान खान मानवाधिकारों (Human Rights Activism) और लोकतंत्र की रक्षा के लिए दावेदार हैं। अगस्त 2023 से अडियाला जेल में बंद खान को भ्रष्टाचार के मामलों में 14 साल की सजा सुनाई गई है। उनके समर्थक मानते हैं कि यह राजनीतिक साजिश है, और जेल से ही उन्होंने पाकिस्तान में सिविल लिबर्टीज (Civil Liberties Pakistan) के लिए आवाज उठाई। खान का दावा है कि उनकी PTI पार्टी ने युवाओं को लोकतंत्र के लिए प्रेरित किया, जो पाकिस्तान जैसे अस्थिर देश में शांति का आधार है। विशेषज्ञों का कहना है कि उनका नामांकन जेल से लोकतंत्र की लड़ाई का प्रतीक बनेगा।
एलन मस्क: अभिव्यक्ति की आजादी का चैंपियन
यूरोपीय सांसद ब्रैंको ग्रिम्स (Branko Grims) द्वारा नामांकित एलन मस्क अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता (Freedom of Expression) के लिए दावेदार हैं। मस्क ने X को खरीदकर सेंसरशिप के खिलाफ लड़ाई लड़ी, और दावा किया कि प्लेटफॉर्म अब “फ्री स्पीच” का गढ़ है। हालांकि, मस्क ने खुद कहा कि उन्हें कोई पुरस्कार नहीं चाहिए। उनके योगदान में ग्लोबल कनेक्टिविटी (Global Connectivity Starlink) और AI एथिक्स (AI Ethics Musk) पर काम शामिल है, जो शांति के लिए सूचना के प्रवाह को बढ़ावा देते हैं। आलोचक कहते हैं कि X पर फेक न्यूज फैलने से तनाव बढ़ा, लेकिन नामांकन उनकी साहसी आवाज को मान्यता देता है।
पोप फ्रांसिस: वैश्विक शांति के प्रतीक
पोप फ्रांसिस को शांति प्रयासों (Peace Efforts Pope Francis) के लिए नामांकित किया गया, लेकिन अप्रैल 2025 में उनका निधन हो चुका है। वेटिकन के प्रमुख के रूप में उन्होंने जलवायु परिवर्तन, गरीबी उन्मूलन और धार्मिक सद्भाव (Interfaith Dialogue) पर काम किया, जो वैश्विक शांति का आधार हैं। फ्रांसिस ने यूक्रेन-रूस युद्ध (Ukraine-Russia Peace Appeals) में मध्यस्थता की कोशिश की और LGBTQ+ अधिकारों (LGBTQ Rights Vatican) पर प्रगतिशील रुख अपनाया। उनका नामांकन मरणोपरांत हो सकता है, जो पोप की भूमिका को सम्मानित करेगा।
अनवर इब्राहिम: मलेशिया में लोकतंत्र की बहाली
मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम को लोकतांत्रिक सुधारों (Democratic Reforms Malaysia) के लिए नामांकित किया गया। 1998 में राजनीतिक उत्पीड़न (Political Persecution Anwar) झेलने वाले इब्राहिम ने 2022 में सत्ता संभाली और भ्रष्टाचार विरोधी अभियान (Anti-Corruption Drive) चलाया। उनके नेतृत्व में मलेशिया ने ASEAN में शांति भूमिका निभाई और आर्थिक समावेशिता (Inclusive Economy Anwar) को बढ़ावा दिया। नामांकन उनके संघर्ष से प्रेरणा को दर्शाता है, जो एशिया में लोकतंत्र की मिसाल है।
नॉर्वेजियन नोबेल कमेटी (Nobel Committee Process) में नामांकन गोपनीय रहते हैं, लेकिन मीडिया लीक से चर्चा होती है। इस साल 244 व्यक्ति और 94 संगठन दावेदार हैं। घोषणा आज होगी, और पुरस्कार अल्फ्रेड नोबेल की विरासत को सम्मानित करेगा। क्या ट्रंप को मिलेगा, या कोई सरप्राइज? दुनिया इंतजार कर रही है।