बिहार में नीतीश-लालू का गठबंधन टूट चुका है. सूत्रों के अनुसार नीतीश 28 जनवरी की सुबह 10 बजे राज्यपाल इस्तीफ़ा सौंपेंगे। इसके बाद वे नई सरकार बनाने का दावा भी पेश करेंगे। JDU कोर कमेटी की बैठक में यह फैसला लिया गया है. नीतीश राज्यपाल से रविवार28 जनवरी को नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ दिलाने को भी कहेंगे।
यदि नीतीश फिर से बिहार के मुख्यमंत्री बनते हैं तो वे 9वीं बार बिहार के सीएम के तौर पर शपथ लेंगे। इससे पहले नीतीश ने RJD कोटे के मंत्रियों के कामकाज पर रोक लगा दी थी. इस आदेश के बाद राज्य के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने सरकारी गाड़ी लौटा दी. इधर दिल्ली से पटना पहुंचे भाजपा के राज्यसभा सांसद राकेश सिंह ने कहा कि दुनिया ने मोदी का सुशासन देखा है. अब बिहार की जनता भी मोदी का सुशासन देखना चाहती है.
खड़गे से नीतीश ने नहीं की बात
जानकारी मिली है कि नीतीश के NDA में जाने की खबरें सामने आने के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कई बार उन्हें फोन किया, लेकिन बातचीत नहीं हो सकी. सीएम हाउस की ओर से उन्हें बताया गया कि मुख्यमंत्री अभी व्यस्त हैं.
नीतीश किसी के नहीं हुए: RJD विधायक
आरजेडी विधायक संजय मंडल ने कहा कि नीतीश कुमार किसी के नहीं हुए. वे जॉर्ज फर्नांडीस, शरद पवार, प्रभुनाथ सिंह, आनंद मोहन किसी के नहीं हुए. अगर पार्टी इस्तीफ़ा देने के लिए कहेगी तो सबसे पहले इस्तीफ़ा मेरा होगा।
चिराग पासवान ने जताई चिंता
चिराग पासवान खेमे के सूत्रों की मानें तो नीतीश की एनडीए गठबंधन में वापसी को लेकर उन्होंने चिंता जताई है. चिराग ने कहा एलजेपी बिहार फर्स्ट और भरी फर्स्ट की नीति पर काम करना चाहती है. भाजपा के बड़ी पार्टी है लेकिन उसे बिहार के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर काम करना चाहिए। हमारी सीटें काम नहीं होनी चाहिए। सूत्रों के अनुसार अगर बात नहीं बनी तो चिराग की पार्टी बिहार में 23 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।
तेजस्वी से बातचीत पर चिराग ने कहा कि ‘दुश्मन का दुश्मन’ दोस्त होता है. लेकिन मैं बहुत स्पष्ट कहता हूं कि मैं एनडीए गठबंधन में हूं. लेकिन विकल्प हमेशा खुले हैं. चिराग की 27 और 28 जनवरी को दिल्ली में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक की संभावना है.
रविवार को खुला रहेगा बिहार सचिवालय
बिहार सचिवालय की छुट्टी रद्द कर दी गई है यानी कि 28 जनवरी रविवार को सचिवालय खुला रहेगा। कैबिनेट ऐसी जगह है जहां से ही सारी चीजें संचालित होती हैं. इसके अलावा राजभवन भी रविवार को खुला रहेगा। इससे साफ़ है कि 28 जनवरी का दिन बिहार के लिए सुपर संडे साबित होने वाला है.