Nitish Kumar Praising BJP: बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार की तारीफ में कसीदे पढ़ दिए और UPA की बुराई कर दी. जिसके बाद I.N.D.I.A के लोग उनसे अपना स्टैंड क्लियर करने के लिए कह रहे हैं.
नितीश कुमार की बीजेपी से दोस्ती: बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी से अपने रिश्तों को लेकर ऐसा बयान दे दिया है कि अब उनकी पार्टी और विपक्षी गठबंधन उनसे अपना स्टैंड क्लियर करने के लिए कह रही है. बीजेपी से नाता तोड़ बिहार की सरकार गिराने वाले Nitish Kumar ने अपने हालिया बयान में कहा है कि- BJP से उनकी दोस्ती तबतक खत्म नहीं होगी, जबतक वो ज़िंदा हैं.
दरअसल नीतीश कुमार 19 अक्टूबर को चंपारण के मोतिहारी में मौजूद महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में पहुंचे थे. इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी पहुंची थीं. इस दौरान नितीश कुमार ने बीजेपी कार्ययकर्ताओं को लेकर एक बयान दिया जिसने JDU की समर्थित पार्टी और विपक्षी गठबंधन का मूड खराब कर दिया।
नीतीश कुमार ने बीजेपी कार्यकर्ताओं की तरफ इशारा करते हुए कहा-
”जितने लोग हमारे हैं सब साथी हैं. हम अलग हैं, आप अलग हैं तो इससे क्या हुआ? हमारी दोस्ती थोड़ी खत्म होगी”
उन्होंने आगे कहा-
”जबतक हम जीवित रहेंगे आप लोगों के साथ हमारा संबंध रहेगा। चिंता मत करिए। आपके साथ इतने दिन हम रहे हैं और आगे भी हमारे संबंध बने रहेंगे”
BJP की तारीफ और UPA की बुराई कर दी
नीतीश कुमार ने गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी को लेकर कहा-
”हम 2006 और 2007 में सरकार से महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी की मांग करते आए हैं. कांग्रेस शासन काल में चंपारण में सेंट्रल यूनिवर्सिटी खोलने का प्रस्ताव रखा था मगर उन लोगों ने मेरी बात नहीं मानी। 2014 में जब नई सरकार आई तो 2016 से यहां केंद्रीय विश्वविद्यालय का काम शुरू हो गया”
बीजेपी ने क्या कहा?
नीतीश कुमार का बयान सामने आने के बाद बिहार के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी का रिएक्शन सामने आया. उन्होंने कहा-
”नीतीश कुमार ने साथ बीजेपी की कोई पर्सनल लड़ाई नहीं है. लेकिन आगे नीतश कुमार तुष्टिकरण की राजनीति करेंगे तो बीजेपी उनका विरोध जरूर करेगी”
तेजस्वी ने कहा- सब बेकार की बातें
नीतीश कुमार के बयान को लेकर RJD नेता तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा-
”नीतीश कुमार के बयान के ज्यादा मायने निकालने का कोई मतलब नहीं है. ये सब बेकार की बातें हैं” हम भी दूसरे दल के नेताओं से मिलते हैं और उनके साथ भी हमारे अच्छे संबंध हैं.