“निठारी हत्याकांड” दरिंदगी की खौफनाक दास्तान

"Nithari murder case" mystery

Nithari hatyakand: उत्तर प्रदेश के निठारी में एक ऐसा मामला सामने आया था जिसने लोगों की रूह कंपा दी थी। 2006 में हुई इस घटना ने न जाने कितने मासूम बच्चों की जान ले ली. इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई थी। आईए जानते हैं इस पूरे हत्याकांड “Nithari hatyakand” की असली वजह और यह भी जानेंगे कि कैसे इस पूरी घटना का खुलासा हुआ।

6 से 14 साल के मासूमों का किया कत्ल

यूपी के निठारी “Nithari UP” गांव में 2005 लेकर 2006 तक गांव से 6 से 14 साल के बच्चों के गायब होने की खबरें पूरे गांव में फैल गई पुलिस के पास रिपोर्ट लिखाने गए परिजनों को यह कहकर भगा दिया गया कि या तो बच्चे खुद ही भाग गए या फिर उनका अपहरण हो गया है पुलिस ने इस मामले की सही तरीके से जांच तब तक नहीं कि जब तक एक बड़ी घटना नहीं हो गई। यह मामला तब सामने आया जब एक मजदूर रामकिशन की बेटी 10 साल की थी, जो अचानक गायब हो गई थी। इस घटना ने सारे राज खोल दिया और पूरे गांव में दहशत फैला दी।

नाली की खुदाई से निकले बच्चों के कंकाल

गांव में बाकी बच्चों के अपहरण की तरह ही एक किसान की बच्ची कभी अपहरण हुआ जिसकी रिपोर्ट उसने थाने में दर्ज करवाई और एक व्यक्ति को शक के घेरे में लिया जो था, D5 कोठी के मालिक मोनिंदर सिंह पंढेर (Monindar singh pandher). पहले तो पुलिस ने इस बार भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया लेकिन जब गांव के लोग इकट्ठा होकर पुलिस को जांच के लिए प्रेशर देते हैं, तब जाकर पुलिस ने उसकी थी की तलाशी ली तलाशी में जो निकला उसने पूरे गांव को दहशत के घेरे में डाल दिया। कोठी की तलाशी के वक्त बाथरूम की नाली की खुदाई की गई जहां पर बच्चों के कंकाल, खून में लिपटे कपड़ों के टुकड़े और कटे अंग बरामद किए गए।

कौन है असली हत्यारा?

CBI की जांच में पता चला कि इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड कोठी का मालिक नहीं बल्कि घर का नौकर था। सुरेंद्र कोली (surendra koli) घर का नौकर जो एक बेहद विकृत मानसिकता वाला इंसान, जिसने गुनाह कबूले। उसने बताया कि उसने पहले बच्चों के साथ रेप किया इसके बाद गला घोंटकर मार देता। शरीर के टुकड़े करता और उन्हें बाथरूम के पास बने नाले में फेंक देता था।
कुछ अंगों को फ्रिज में रखता था और मानव मांस खाता था यानी वो कैनिबल था।

आरोपी को दी गई फांसी की सजा

मामले की जांच में कोठी के नौकर को गिरफ्तार किया गया जहां उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया। कोठी का मालिक भी शक के घेरे में आया और कुछ कुछ जुर्मों में दोषी पाया गया लेकिन उसकी जमानत हो गई। लेकिन इस घटना के असली आरोपी को अदालत में पेश किया गया, फिर उसे 7 बार फांसी की सजा सुनाई गई और बार बार याचिकाएं दायर की जाती और फांसी की सज़ा तल जाती फिर 2006 न्यायालय ने (surendra koli) को बरी कर दिया था। 16 October 2023 सीबीआई द्वारा उच्च न्यायालय को निठारी हत्याकांड के मामले में सुरेंद्र कोली (surendra koli) की बरी वाली याचिका पर खिलाफ याचिका दायर की जिसे 14 अगस्त 2024 को सुप्रीमकोर्ट ने याचिका की सुनवाई के लिए सहमति जताई। अभी इस हत्याकांड में सुरेंद्र कोरी की फांसी की सज़ा लंबित है।

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