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Nishant Agrawal:पाकिस्तान के इस जासूस के रीवा से जुड़े हैं तार!

सोमवार यानि 3 जून 2024 को खबर आयी कि महाराष्ट्र की नागपुर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व सीनियर सिस्टम इंजीनियर को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में OSA यानि ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट की धारा 3 और 5 और IPC की कई धाराओं के तहत उम्रकैद की सजा सुनाई है और साथ ही में 3000 रूपए का जुर्माना भी लगाया है.आरोपी कोड गेम्स के जरिये ब्रहमोस मिसाइल से जुड़ी जानकारी ISI को भेजता था.साल 2018 में आरोपी की गिरफ़्तारी की गयी थी

आरोपी का नाम है निशांत अग्रवाल।शिक्षा इंजीनियरिंग। NIT कुरुक्षेत्र से गोल्ड मेडलिस्ट।मेधावी छात्र,बेहतरीन इंजीनियर,और यंग साइंटिस्ट का अवार्ड लेकिन इन सब के ऊपर है देश से गद्दारी का तमगा।इस गद्दारी की कहानी सुनाएंगे आपको और इस कहानी में हनी ट्रैप,फेसबुक की दोस्ती और पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी ISI के किस्सों का ज़िक्र होगा और इस ज़िक्र में एक तार जाकर जुड़ता है रीवा के छोटे से गांव मंडवा से.

रीवा के BSF के जवान के साथ कनेक्शन 17 सितम्बर 2018 को उत्तरप्रदेश Anti terrorism squad ने BSF के एक सिपाही को नॉएडा से गिरफ्त्तार किया।आरोप था पाकिस्तान को, सेना की गुप्त जानकारी लीक करने का.आरोपी का नाम था अच्युदानन्द मिश्रा.पता मध्य प्रदेश के रीवा का छोटा सा गांव मंडवा।गिरफ़्तारी के चार महीने पहले से उप्र ATS अच्युदानन्द पर नज़र रखे हुए थी क्योंकि चंडीगढ़ की मिलिटरी इंटेलिजेंस इकाई से खबर मिली थी कि पाकिस्तान की ISI फेसबुक पर फेक प्रोफाइल्स बना कर मिलिटरी के लोगों को फंसा रही है.जब अच्युदानन्द की गिरफ्त्तारी हुई और जाँच बैठी तो कुछ चीज़ें निकल कर सामने आईं

1. साल 2016 से एक प्रोफाइल से अच्युदानन्द का कनेक्शन था जसिकी लोकेशन पाकिस्तान में थी

2.ये फेक प्रोफाइल एक लड़की के नाम से थी.यानि हनीट्रैप

3. इन चैट्स में इंटिमेट बातें भी की गयी थी और इन चैट्स के जरिये सेना के मूवमेंट और अन्य जरुरी गतिविधिओं की जानकारी अपनी इस पाकिस्तानी दोस्त को अच्युदानन्द ने इनबॉक्स में बताई थी.

पाकिस्तानी दोस्त की कहानी यहाँ पाकिस्तानी दोस्त इसलिए क्योंकि इसी नाम से नंबर सेव था और लड़की ने या यूँ कहें कि ISI ने अपनी पहचान डिफेन्स रिपोर्टर की बताई थी. इतना ही नहीं अच्युदानन्द ने अपनी वर्दी पहनी हुई फोटो भी भेजी थी जिसकी सख्त तौर पर मनाही है.जब ATS ने गिरफ़्तारी की तो इन्होने अपने गुनाह कबूल लिए.जाँच आगे बढ़ी और इसी दौरान एक और बात का खुलासा हुआ.ISI फेसबुक पर इसी तरह की फेक प्रोफाइल्स बना कर 90 से ज्यादा हिन्दुस्तानियों से जुडी हुई थी और इसमें से 10 प्रोफाइल्स की लोकेशन ट्रैक हुई नागपुर में.इसी जांच में निशांत अग्रवाल की गिरफ़्तारी की गयी जिन्हे अब उम्रकैद की सजा सुनाई गयी है.

आईएसआई को भेज रहा था देश की ख़ुफ़िया जानकारी निशांत अग्रवाल के पर्सनल लैपटॉप पर कई ऐसी पीडीएफ फाइल्स मिली थी जिसमे उनके काम से इतर और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जरुरी जानकारियां थी और सेना से जुड़े गोपनीय जानकारियों को घर लाना गुनाह है.इसी में OSA लगाया गया.

अमेरिका में नौकरी का लालच निशांत अग्रवाल फेसबुक में दो प्रोफाइल्स से बात करता था.एक का नाम पूजा रंजन था और एक का नेहा शर्मा।दोनों की ही प्रोफाइल्स की लोकेशन पाकिस्तान के इस्लामाबाद में ट्रैक की गयी थीं लेकिन दोनों ने अपनी लोकेशन लंदन और शिकागो बता रखी थी.ऐसी आशंका है कि पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी ने एक हनी ट्रेप प्लान किया था.निशांत को अमेरिका में नौकरी दिलाने का वादा भी किया गया था.ऐसे में ये सवाल उठता है कि क्या विदेश में नौकरी की कीमत देश के साथ गद्दारी है अगर है तो कितना छोटा ईमान और कीमत लगाई होगी निशांत अग्रवाल ने.

वहीँ जिस मिसाइल ब्रह्मोस का डाटा लीक हो रहा था थोड़ी जानकारी उसके विषय में दे देते हैं.DRDO के मुताबिक

क्या है ब्रह्मोस? ब्राह्मोस एक संयुक्त उद्यम कार्यक्रम के तहत भारत और रूस द्वारा विकसित दुनिया की सबसे तेज और सबसे घातक क्रूज मिसाइल है। भूमि, समुद्र, पानी के नीचे और वायु प्लेटफार्मों से प्रक्षेपण के लिए त्रुटिहीन एंटी-शिप और लैंड-अटैक क्षमता वाले ‘यूनिवर्सल’ ब्राह्मोस वेपन सिस्टम को डिजाइन किया गया है. ब्राह्मोस का भूमि-से-भूमि, भूमि से समुद्र, समुद्र से भूमि, समुद्र से समुद्र, उप-भूमि, हवा से समुद्र और हवा से भूमि विन्यास में सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है.इसकी किसी भीं तरह की जानकारी भारत के लिए नुकसान है और दुश्मन देशों के लिए फायदा।

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