हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड अपडेट: कनाडा पुलिस ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) के मर्डर केस मामले में तीन भारतियों को गिरफ्तार किया है. कनाडा पुलिस ने फिर से यह दावा किया है कि इन तीन आरोपियों को भारत ने ही आतंकी निज्जर की हत्या करने के मकसद से भेजा था. इतना ही नहीं न्यूज़ एजेंसी ANI ने दावा किया है कि इन तीनों आरोपियों का लॉरेंस बिश्नोई गैंग से संपर्क है.
कनाडा पुलिस ने तीनों आरोपियों की तस्वीरें जारी कर उनके नाम उजागर किए हैं. गिरफ्तार हुए भारतीयों सिख कम्युनिटी से ताल्लुख रखते हैं इनके नाम नाम करण ब्रार, करणप्रीत सिंह और कमलप्रीत सिंह है, इन तीनों की उम्र 22 से 28 के बीच बताई गई है. दावा किया गया है कि ये तीनों आरोपी अस्थाई वीजा लेकर 2021 कनाडा गए थे. कनाडा पुलिस का कहना है कि भारत ने ही इन्हे निज्जर को खत्म करने का काम सौंपा था.
इस मामले में रॉयल कनाडियन माउंटेड पुलिस यानी RCMP के कमिश्नर ने मीडिया के सामने आकर कहा कि- इस मामले में कनाडा की जांच एजेंसियां भारत की जांच एजेंसियों के साथ संपर्क बनाए हुए हैं.
वीडियो में RCMP असिस्टेंट कमिश्नर डेविड टबॉल कह रहे हैं कि पुलिस ने निज्जर मर्डर केस मामले में तीन भारतीय मूल के लोगों को गिरफ्तार किया है. इस संबंध में भारत की जांच एजेंसियों से संपर्क किया किया गया. उन्होंने ये भी कहा कि बीते कुछ वर्षों में भारत के साथ ऐसे मामले की जांच करना पेचीदा और चुनौतीभरा है लेकिन हम इस केस को सुलझाने और दोषियों को पकड़ने के लिए प्रतिबद्ध है.
गौरतलब है कि 18 जून 2023 की शाम कनाडा में रहने वाले आतंकी निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. शाम को जब वह गुरूद्वारे से निकलर अपनी कार में बैठा था तभी हमलावरों ने उसे गोलियों से भून डाला था. पिछले साल 18 सितंबर को कनाडा के पीएम जस्टिसन ट्रुडो ने भारत सरकार पर इस हत्या का आरोप लगाया था. जिसे भारत ने ख़ारिज कर दिया था. इस घटना के बाद से ही दोनों देशों के बीच विवाद बढ़ता गया. भारत ने कनाडा के 41 डिप्लोमेंट्स को भी हटा दिया था और वीजा सेवाएं कुछ दिन के लिए बंद कर दी गई थीं.
बहरहाल कनाडा सरकार ने भारत से कहा था कि वो इस हत्या के सबूत पेश करेगा जो अबतक नहीं किए गए हैं. इस मामले में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडा पर खालिस्तानी आतंकियों को पनाह देने का आरोप लगाते हुए जांच में सहयोग करने की भी बात कही थी.
सोशल मीडिया में पकड़े गए तीन आरोपियों में से एक करण ब्रार के कुछ पोस्ट भी शेयर किए जा रहे है. जिन्हे लेकर यह दावा किया जा रहा है कि करण ब्रार खुद खालिस्तानी विचारधारा से जुड़ा हुआ है. सोशल मीडिया में यूजर्स यह कहकर भी कनाडा सरकार का मजाक उड़ा रहे हैं कि भारत सरकार खालिस्तानियों से ही खालिस्तानियों को मरवाने का काम कैसे कर सकती है. कैनेडियन अख़बारों में यह दावा किया जा रहा है कि इन तीनों आरोपियों का लारेंस बिश्नोई गैंग से कनेक्शन हो सकता है और हो सकता है कि ये तीनों इंडियन इंटेलिजेंस के द्वारा निज्जर को मारने के लिए भेजे गए हों.
ऐसे दावे किए जा रहे हैं निज्जर की हत्या पाकिस्तानी एजेंसी ISI ने करवाई है क्योंकि वो एक ISI एजेंट ज़र्रार के साथ रिलेशनशिप में था और उसने उसे धोखा दिया था.